गांधीवादी डॉ. सुब्बाराव के 91वें जन्मदिवस पर सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने की महत्वपूर्ण घोषणाएं
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों का मान-सम्मान बढ़ाते हुए उन्हें मिलने वाली पेंशन राशि 20 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रूपये प्रतिमाह करने के साथ ही चिकित्सा सहायता राशि भी 4 हजार से बढ़ाकर 5 हजार रूपये करने की घोषणा की है। इस तरह प्रदेश में स्वतंत्रता सेनानियों को 24 हजार के स्थान पर 30 हजार रूपये प्रतिमाह पेंशन एवं चिकित्सा सहायता राशि मिलेगी।
गहलोत ने गुरूवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में स्वतंत्रता सेनानियों एवं गांधीवादी विचारक डॉ. एस. एन. सुब्बाराव जी के 91वें जन्मदिवस सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए यह घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों अथवा उनकी विधवाओं को मिलने वाली पेंशन राशि 4 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रूपये करने की भी घोषणा की। इस बढ़ोतरी से 3 हजार 100 से अधिक वयोवृद्ध सेनानियों अथवा उनकी विधवाओं को सम्मानजनक जीवन जीने में मदद मिलेगी।
गहलोत ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सूची में शामिल बीपीएल एवं स्टेट बीपीएल लाभार्थियों तथा अन्त्योदय परिवारों को 2 रूपये प्रति किलोग्राम की दर के स्थान पर अब 1 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से गेहूं देने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। इस योजना में एक करोड़ 74 लाख लोग लाभान्वित होंगे, जिनमें 1.17 करोड़ बीपीएल, 29 लाख स्टेट बीपीएल एवं 28 लाख अन्त्योदय लाभार्थी शामिल हैं। इसके लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा प्रतिमाह करीब 96,175 मीट्रिक टन गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा।
राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार यह दरें 1 मार्च 2019 से प्रभावी होंगी। मुख्यमंत्री ने इसके लिए चालू विीय वर्ष 2018-19 में 20 करोड़ रूपये का अतिरिक्त प्रावधान एवं वर्ष 2019-20 में 115 करोड़ रूपये का बजटीय प्रावधान करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
– जयपुर में स्थापित होगा गांधी संग्रहालय
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के जीवन दर्शन और उनके संदेशों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए जयपुर में शानदार गांधी संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। इस संग्रहालय की स्थापना गांधीवादी विचारकों द्वारा दिए गए सुझावों के आधार पर होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सौहार्द, भाईचारे एवं गांधीवादी विचारों को प्रोत्साहन देने के लिए शांति एवं अहिंसा मंत्रालय अथवा निदेशालय की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।
श्री गहलोत ने कहा कि डॉ. सुब्बाराव जी के 91वें वर्ष में प्रवेश को समारोहपूर्वक मनाने का मौका प्रदेश को मिला है, यह हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने डॉ. सुब्बाराव को अभिनन्दन पत्र भेंट कर सम्मान किया और उनके दीर्घायु होने की कामना की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 23 स्वतंत्रता सेनानियों का भी स्मृति चिन्ह देकर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी के जीवन दर्शन की एक-एक पंक्ति को जीवन में उतार लें तो व्यक्ति का जीवन सफल हो सकता हैै। उनकी जीवनी से जुड़ी हर बात में विचारों का एक संकल्प मिलता है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के संदेश को आज पूरा विश्व मान रहा है। यूपीए सरकार के समय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर को पूरे विश्व में अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र संघ को भेजा गया था। उस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र संघ ने सर्वसम्मति से पारित किया और आज पूरी दुनिया में उनके जन्मदिन को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। गहलोत ने कहा कि गांधी जी के जीवन दर्शन को डॉ. एस. एन. सुब्बाराव ने वास्तव में अपने जीवन में उतारा है। भाई जी डॉ. सुब्बाराव जी से जोधपुर में हुई पहली मुलाकात के बाद से आज तक उनके साथ रहे जुड़ाव एवं वर्धा सेवाग्राम आश्रम में बिताए गए दिनों को याद करते हुए श्री गहलोत ने कहा कि उन्होंने डॉ. सुब्बाराव जी से बहुत कुछ सीखा है।