जयपुर। पुलवामा में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए राजसमन्द पंचायत समिति के बिनोल ग्राम निवासी हेड कॉन्स्टेबल नारायणलाल गुर्जर को शनिवार को अंतिम विदाई देने राजसमन्द जिले भर कई गांवों के गमगीन लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। वहीं मेवाड़ व राजस्थान के अन्य हिस्सों से भी शहीद को श्रद्धांजलि देने लोग पहुंचे।
गुर्जर को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ बिनोल के मोक्षधाम पर उनके पुत्र मुकेश गुर्जर ने मुखाग्नि दी जबकि भारत सरकार की ओर से केन्द्रीय राज्य मंत्री उपभोक्ता मामलात् सी.आर. चौधरी, राजस्थान सरकार की ओर से सहकारिता मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना, जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल, जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के राकेश सिंह चौहान ने पुष्पचक्र समर्पित कर शहीद नारायण गुर्जर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर राजस्थान पुलिस बल के जवानों ने तीन चक्र हवाई फायर कर शहीद सैनिक को राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई दी। मोक्षधाम पर श्रद्धांजलि देने वालों में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, सांसद हरिओम सिंह राठौड़, उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा, भीम विधायक सुदर्शन सिंह रावत, राजसमन्द विधायक श्रीमती किरण माहेश्वरी, कुम्भलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, विधायक फूलचंद मीणा, धर्मनारायण जोशी, पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह रावत, कालूलाल गुर्जर, मगरा विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हरिसिंह रावत, जिला प्रमुख प्रवेश कुमार, उप जिला प्रमुख श्रीमती सफलता गुर्जर, नगरपरिषद सभापति सुरेश पालीवाल, समाजसेवी देवकीनंदन गुर्जर, गुणसागर कर्णावट, हरिसिंह राठौड़, नारायण सिंह भाटी सहित करीब 25 हजार से अधिक लोगों ने नम आंखों से शहीद नारायण लाल गुर्जर को अंतिम विदाई दी।
इससे पूर्व जोधपुर हवाईअड्डे से वायुसेना के हेलिकॉप्टर द्वारा प्रातः 11 बजे शहीद नारायण लाल गुर्जर की पार्थिव देह जेके हवाई पट्टी पहुंची। जहां पर हजारों लोगों ने शहीद नारायण लाल गुर्जर अमर रहे, हिन्दुस्तान जिन्दाबाद के गगनभेदी नारों के जयघोष के साथ शहीद को पुष्पांजलि अर्पित की। हवाईपट्टी पर जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल, जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव सहित पुलिस के आला अधिकारियों ने शहीद नारायणलाल गुर्जर को कंधा देकर सम्मानपूर्वक विशेष रूप से सजाए गए रथ पर पार्थिव देह को रखा।
हवाई पट्टी से जैसे ही रथ से अंतिम यात्रा उनके गांव के लिए रवाना हुई तो सबसे पहले जेके टायर इंडस्ट्रीज के सभी कार्मिकों और प्रबंधकों ने शहीद को जेके परिसर में पुष्पांजलि अर्पित की। यहां से उनकी यात्रा स्टेशन रोड़ होते हुए जेके सर्किल पहुंची तो यहां मौजूद हजारों लोगों ने पुष्प वर्षा कर मेवाड़ के लाडले शहीद को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद यात्रा 50 फीट रोड़, टीवीएस चौराहा होते हुए जिला कलक्ट्रेट के सामने अमर जवान ज्योति पहुंची जहां उपस्थित हजारों लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की। शहीद सैनिक की यात्रा भीलवाड़ा रोड़ होते हुए बिनोल पहुंची तो रास्ते में भावा, डुमखेड़ा, महासतियों की मादड़ी, डुलियाणा, साकरोदा चौराहा पर उपस्थित हजारों ग्रामीणों तथा विद्यालयी छात्र-छात्राओं ने तिरंगा ध्वज लहराते हुए “नारायण का यह बलिदान, याद रखेगा हिन्दुस्तान“ जैसे नारे लगाते हुए पुष्पवर्षा कर अंतिम श्रद्धांजलि दी। जेके स्टेडियम से लेकर पेतृक गांव बिनोल पहुंचने तक रास्ते में हजारों-हजार लोगोें ने नम आंखों से अपने लाडले को दोनों हाथ जोड़कर श्रद्धांजलि अर्पित की और पुष्पों की बौछार की।
जैसे ही शहीद नारायण की पार्थिव देह उनके पेतृक निवास बिनोल पहुंची तो वहां उपस्थित हजारों की संख्या में लोगों की आंखे भर आई और अश्रुपुरित नेत्रों से शहीद को अंतिम विदाई दी।
38 वर्षीय शहीद नारायणलाल गुर्जर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की 118वीं बटालियल में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। शहीद नारायणलाल गुर्जर अपने पीछे पत्नी श्रीमती मोहनीदेवी, 14 वर्षीय पुत्री हेमलता तथा 12 वर्षीय पुत्र मुकेश समेत भरापूरा परिवार छोड़ कर गए। नारायणलाल गुर्जर के सम्मान में क्षेत्रभर में जबरदस्त शोक की लहर उमड़ी रही और माहौल इतना गमगीन रहा कि लोग-बाग अपनी सामान्य जीवनचर्या को भूला बैठे।