जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महाराष्ट्र के जलगांव स्थित गांधी रिसर्च फाउण्डेशन पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन, कृतित्व एवं आदर्शों को समर्पित संग्रहालय का अवलोकन किया।
गहलोत ने यहां म्यूजियम में बापू के साहित्य का अवलोकन किया। उन्होंने चरखे से सूत कातते हुए महात्मा गांधी की प्रतिकृति को भी निहारा और काफी समय बिताया। श्री गहलोत ने गांधी जी का पुण्य स्मरण करते हुए यहां फोटो भी खिंचाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऎसे समय में जबकि देश में एक-दूसरे के प्रति अविश्वास बढ़ रहा है। बापू के अहिंसा, भाईचारे तथा सामाजिक समरसता के संदेश को आत्मसात करने की बड़ी आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री यहां राष्ट्रपिता के उस प्रेरक वाक्य से प्रभावित हुए जिसमें कहा गया है कि ‘पृथ्वी हर आदमी की जरूरत के मुताबिक देती है, लेकिन हर आदमी के लालच के लिए नहीं।‘ श्री गहलोत ने कहा कि यदि इस सूत्र को हम जीवन में उतार लें तो हम प्राकृतिक संसाधनों को खत्म होने से बचा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि गांधी रिसर्च फाउंडेशन के इस भवन के निर्माण में जोधपुरी पत्थर का भी उपयोग हुआ है। इसका शुभारंभ वर्ष 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल ने किया था। यह स्थान गांधी तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है। जिसकी स्थापना पद्मश्री श्री भंवरलाल जैन ने की थी।
गहलोत ने आज के अपने दौरे में जलगांव में ही जैन इरीगेशन द्वारा बूंद-बूंद तथा फव्वारा सिंचाई तकनीक के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि जल की एक-एक बूंद का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि ड्रिप इरीगेशन को बढ़ावा दिया जाए।
इस अवसर पर कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया, गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, विधायक रोहित बोहरा एवं मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका भी उपस्थित थे।