-ईडब्ल्यूएस आरक्षण के जटिल प्रावधान हटाने पर युवाओं में खुशी
जयपुर। ‘थैंक यू सीएम अंकल। यूथ को लेकर आपके पॉजिटिव डिसीजन के लिए। ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिए आपने जो फैसला किया है उससे हम जैसे स्टूडेंट्स आगे बढ़ सकेंगे। वनस्थली विद्यापीठ जहां हम पढ़ती हैं वहां देश के अन्य राज्यों से भी छात्राएं आती हैं। ऎसे में दूसरे राज्य भी ईडब्ल्यूएस आरक्षण में अचल संपत्ति के कठिन प्रावधान हटा दें तो वहां के युवाओं को भी एजूकेशन और जॉब्स प्राप्त करने में आसानी होगी।
ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार करने आयी वनस्थली विद्यापीठ की छात्राओं ने अपनी भावनाएं इस प्रकार व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में युवाओं को नौकरियां मिलना आसान नहीं है। ऎसे में राजस्थान सरकार का निर्णय उन जैसे युवाओं के लिए उम्मीद भरा है। इन स्टूडेंट्स ने अपनी खुशी बयान करते हुए श्री गहलोत के साथ सेल्फी भी ली। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की शिक्षण संस्थाओं एवं राजकीय सेवाओं में ईडब्ल्यूएस आरक्षण में अचल संपाि संबंधी प्रावधान हटाने पर गुरूवार को भी मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने पहुंचे।
राजपूत, ब्राह्मण, जैन, अग्रवाल, वैश्य, मुस्लिम,बागड़ा ब्राह्मण सहित अन्य समाजों के लोगों ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण के जटिल नियमों के कारण उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था। इससे युवा भी काफी परेशान थे। राज्य सरकार ने हमारी तकलीफ को समझकर ये बाधाएं दूर की हैं। इन सभी लोगों ने गुलाब के फूल भेंट कर तथा मालाएं एवं साफे पहनाकर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। अखिल भारतीय बागड़ा ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष बद्री नारायण बागड़ा, महेश शर्मा दौलतपुरा समेत समाजबंधु ने अशोक गहलोत का अभिनंदन किया.
इस अवसर पर राज्य मंत्रीपरिषद के सदस्य शांति धारीवाल, डॉ. रघु शर्मा, उदयलाल आंजना, हरीश चौधरी, श्री प्रमोद जैन भाया, श्री भंवर सिंह भाटी, श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, डॉ. सुभाष गर्ग, श्री टीकाराम जूली, श्री अशोक चांदना, श्री सुखराम विश्नोई, सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी, उप मुख्य सचेतक श्री महेन्द्र चौधरी, विधायक श्री नरेन्द्र बुढानियां, श्री खिलाड़ी लाल बैरवा, श्री बाबूलाल नागर, श्री हरीश मीणा, श्रीमती कृष्णा पूनिया, श्री रामलाल जाट, श्री जौहरी लाल मीणा, श्रीमती गंगा देवी, श्री ओमप्रकाश हुडला, श्री दानिश अबरार, श्री बलजीत यादव, श्री वेदप्रकाश सोलंकी, श्री आलोक बेनीवाल, महापौर श्री विष्णु लाटा भी उपस्थित रहे।
गुरूवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर बारां से आए प्रतिनिधिमंडल ने भी ईडब्ल्यूएस आरक्षण में अचल सम्पत्ति संबंधी प्रावधान हटाने के मुख्यमंत्री के निर्णय के लिए उनका आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने एक स्वर में कहा कि गरीब सवर्णों के हित में किया गया राज्य सरकार का यह ऎतिहासिक फैसला है। इसका सकारात्मक संदेश पूरे देश में जाएगा।