जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पेश राज्य बजट को भाजपा ने कोरा कागज बताया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि यह बजट हताशा, निराशा, उत्साहहीन, दिशाहीन और थोथी घोषणाओं वाला है। पिछली बार की तरह यह बजट भी कोरा कागज साबित होगा। पिछला बजट भी कागज और विज्ञापनों में ही दिखाई दिया।
कांग्रेस सरकार ने पिछले बजट में जो घोषणाएं की थी वह सिफज़् कागजों और विज्ञापनों में ही दिखाई। इस बार का बजट भी पिछले बजट की तरह कट, कॉपी और पेस्ट किया गया है। पूनिया ने आरोप लगाया कि अशोक गहलोत सरकार किसानों की कर्जा माफ ी और बेरोजगारों को भत्ता देने की घोषणा को लागू नहीं कर पाई। कानून व्यवस्था फेल है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अपराध की रोकथाम के लिए बजट में किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं की गई। किसानों को लेकर सरकार ने कोई राहत देने की कोई बात नहीं कही।
दस लाख युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करने वाली सरकार केवल डेढ़ लाख बेरोजगारों को भत्ता देकर अपने वादे से मुकर चुकी है। वादाखिलाफी करते हुए सरकार ने एक साल में ही बिजली दरें बढ़ा दी। भाजपा सरकार की योजनाओं का नाम बदलकर कांग्रेस उन्हें अपनी योजनाएं बता रहे हैं। सरकार ने विवेकानंद मॉडल स्कूल का नाम बदल अब महात्मा गांधी मॉडल स्कूल कर दिया है। नए कॉलेज नहीं खोले गए। रिफ ाइनरी पर कुछ नहीं किया और ना ही पर्यटन को बढ़ावा देने की बात की गई। एक तरह से यह रुटीन बजट है, जिसमें किसी भी तबके को कोई राहत नहीं दी गई है। अशोक गहलोत सरकार का यह बजट कांग्रेस सरकार के मानसिक, वैचारिक और आर्थिक दिवालियापन को दर्शाता है।