– थानाधिकारी के समर्थन में मंगलवार को जाट समाज ने कोटा में प्रदर्शन कर विधायक और उनके पति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
जयपुर। राजस्थान के कोटा जिले के महावीर थाना परिसर में सोमवार को सीआई श्रीराम शर्मा के थप्पड मारने के बाद भाजपा विधायक चन्द्रकांता मेघवाल, उसके पति और समर्थकों के साथ मारपीट का मामला मंगलवार को तूल पकड़ गया। कोटा के भाजपा विधायकों व सांसद ओम बिड़ला ने भी इस मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया से बात करके दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की, वहीं कोटा के पुलिसकर्मियों ने भी विरोध करते हुए मैस का बहिष्कार किया। एक पुलिसकर्मी ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की इच्छा जता दी। पुलिस और भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ क्राॅस केस भी दर्ज कराए गए है। महावीर नगर थाने में भाजपा कार्यकर्ता का चालान बनाए जाने को लेकर जम कर हंगामा हुआ था और थाने के बाहर पुलिस व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच लाठी भाटे भी चल गए थे। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच देर रात जा कर समझौता हुआ, हालांकि सरकार ने थानाधिकारी और पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। मामले ने जातिगत रूप ले लिया और थानाधिकारी के समर्थन में मंगलवार को जाट समाज ने कोटा में प्रदर्शन कर विधायक और उनके पति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पुलिसकर्मी भी अपने साथी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई के मामले में एकजुट हो गए और कोटा के थानों की मैस में खाना नहीं बनाया गया। पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई व झूठे मुकदमे दर्ज करने से खफा महावीर नगर थाने के एएसआई अशोक शर्मा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का आवेदन कर दिया। इस मामले में विधायक मेघवाल ने आईपीएस चूनाराम जाट और महावीर नगर सीआई के खिलाफ छेड़छाड़, जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने की एफआईआर दर्ज कराई, जबकि सीआई बड़सरा और उप निरीक्षक कुसुमलता की तरफ से विधायक पति के खिलाफ राजकार्य में बाधा व छेड़छाड़ का केस दर्ज करवाया गया है। जयपुर में विधायक दल की बैठक में कोटा के विधायकों और सांसदों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मामले की जानकारी दी और कहा कि पुलिस ने इस मामले में विधायक और कार्यकर्ताओं के साथ दुव्र्यवहार किया और मामले में कडी कार्रवाई की जानी चाहिए। विधायक चन्द्रकांता मेघवाल ने कहा कि पुलिस ने मेरे खिलाफ साजिश रची है। सीआई ने थाने के अंदर मेरे पति को बुरी तरह से पीटा। बचाने उतरी तो मेरा गला दबा दिया जबकि मेरे पति ने सीआई पर हाथ नहीं उठाया। सीआई को लाइन हाजिर करने की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं। मुख्यमंत्री इस मामले को देख रही है। हम चाहते है कि एसपी व महावीर नगर थाने के पूरे स्टाफ को बदला जाए।