-बाल मुकुन्द ओझा
देश में गणेश उत्सव से त्योहारी सीजन का आगाज़ शुरू हो चुका है। आगामी दिनों में एक के बाद एक त्योहार आने है। उम्मीद की जा रही है इस बार बाजार में दीपावली तक बेहतर रौनक बनी रहेगी। गणेश चतुर्थी पर जिस तरह से विभिन्न प्रकार की चीजों की ब्रिकी बाजार में हो रही है उससे साफ अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले सभी त्योहारों पर खरीदारी के लिए ग्राहक मन बना चुके हैं। इसी के साथ कारोबार ने रफ्तार पकड़ ली है। लोग खरीदारी के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। दुकानें ग्राहकों से गुलजार होने लगी है। बाजारों में चहल पहल व भीड़-भाड़ देखने को मिल रही है। ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा हुआ है। दो वर्ष करोना से प्रभावित रहा । अब कोरोना लगभग खत्म हो गया है। सरकार ने भी बंदिश हटा ली हैं। कोविड की वजह से कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ था, जिसकी भरपाई कारोबारियों को त्योहारी सीजन में होने की उम्मीद है। कोरोना से सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए केंद्र सरकार ने अपने प्रयास प्रारम्भ किए हैं। अगस्त महीने में सरकार को 1.43 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का जीएसटी कलेक्शन हुआ है
जो कारोबार के लिए उत्साहजनक संकेत कहा जा सकता है। कोरोना के कारण देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब है। यह डिमांड और सप्लाई, दोनों तरफ से प्रभावित है। ऐसे में डिमांड को बूस्ट करने के लिए सरकार की तरफ से छोटे-छोटे और प्रभावी उपाय किए जा रहे हैं। सौ साल में आई सबसे बड़ी महामारी के बीच भारत की अर्थव्यवस्था फिर से गति पकड़ रही है। यह हमारे आर्थिक फैसलों और हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद का प्रतिबिंब है। अब सरकार त्योहारी मौसम में अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से खोलने और उसे बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है जो स्वागत योग्य है।
गणेश चतुर्थी से त्योहारी सीजन में बाजार में रौनक लौट रही है। इससे दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। दो साल के कोरोना संकट के कारण आर्थिकमंदी से जूझ रहे बाजार में व्यापार की उम्मीद बढ़ी है। दुकानदारों का कहना है कि बाजार में खरीदारी करने वालों की भीड़ बढ़ रही है और आने वाले दिनों में कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। त्योहारी सीजन की शुरुआत से इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा, ऑटो मोबाइल, सराफा बाजार में ग्राहकों का रुझान बढ़ा है। देशभर में पर्यटन क्षेत्र फिर से पटरी पर लौटने लगा है। पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की बढ़ती संख्या से न केवल इन स्थलों की रौनक बड़ रही है बल्कि अच्छा कारोबार होने से कारोबारियों के चेहरों पर चमक देखने को मिल रही है। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। अच्छा कारोबार होने से सभी कारोबारियों को आर्थिक लाभ मिलेगा। नवरात्रि सहित इस त्योहारी सीजन में एक दर्जन बड़े त्योहार और व्रत आते है जिसमें देशवासी उमंग और उत्साह के साथ शामिल होकर अपनी खुशियों का इजहार करते है। कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक गणेशोत्सव से दीपावली तक देशभर में 9 से 10 हज़ार करोड़ रूपये के खुदरा कारोबार की उम्मीद है। इसमें ऑनलाइन बिक्री के आंकड़े शामिल नहीं है। इस दौरान अर्थव्यवस्था में भी आशानुरूप उछाल देखने को मिला है। वर्ष 22 – 23 की प्रथम तिमाही में देश की जीडीपी की ग्रोथ रत 13 .5 प्रतिशतब्रह्य है अर्थव्यवस्था में मज़बूती से बाजार को सुदृढ़ीकरण की आश जगी है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के बाज़ारों के गुलज़ार होने की उम्मीद है। त्योहारी सीजनमें हमारे देश में सुख दुःख की बयार एक साथ बहती है जिसमें डूब कर लोग परम पिता परमेश्वर से खुशहाली की कामना करते है। लोकमंगल के इस सीजन में बच्चे से बुजुर्ग तक खुशियां बांटते है। भारत त्योहारों का देश है। त्योहार देश की सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक बुनियाद को मजबूत बनाने और समाज को जोड़ने का काम करते हैं। गरीब से अमीर तक त्योहारों की खुशियों में खो जाते है। अब त्योहारी सीजन शुरू हो गया है तो देशवासी महंगाई की बेरहम मार के बावजूद त्योहारों को हंसी खुशी से मनाने में जुट गए है। लोगों को उम्मीद है कारोबार को पंख लगने से देश की अर्थव्यवस्था भी सुधरेगी।

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