-पीएम के हमले के बाद सीएम अशोक गहलोत ने पहली बार लाल डायरी के मुद्दे पर बयान दिया
जयपुर. प्रदेश में लाल डायरी पर सियासी विवाद तेज हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सीकर में लाल डायरी को लेकर गहलोत सरकार पर हमला किया। पीएम के हमले के बाद सीएम अशोक गहलोत ने पहली बार लाल डायरी के मुद्दे पर बयान दिया। गहलोत ने लाल डायरी को कपोल कल्पित ठहराते हुए पीएम और बीजेपी पर पलटवार किया। गहलोत ने कहा- लाल डायरी कुछ है ही नहीं, कपोल कल्पित है।
दरअसल, सीएम हाउस में लाभार्थी सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस दौरान सीएम ने कहा- मैंने सुना है प्रधानमंत्री ने सीकर में अभी लाल डायरी पर भाषण दिया है। अब बताइए, प्रधानमंत्री पद की बहुत बड़ी गरिमा है। उनके पास इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई है, जिसका जमकर दुरुपयोग रहा है। क्या वो जानकारी नहीं ले सकते। जानबूझकर जो डायरी का हौव्वा खड़ा किया गया। हमारे मंत्रिमंडल में साथ थे, उन्हें मोहरा बनाया गया और असेंबली में 50-60 डायरियां लहराई गईं। कल (बुधवार को) मैंने सुना संसद में भी डायरियां लहराई गईं थी। तो क्या मोदी जी और उनकी पार्टी इतनी घबरा गई है कि अब बौखला कर अंट-संट आरोप लगा रहे हैं। और फिर प्रधानमंत्री लाल डायरी लेकर आ गए। पीएम मोदी के कांग्रेस सरकार पर लूट मचाने के बयान पर पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा- असली लूट तो आपने लाल सिलेंडर को 1150 रुपए का करके मचा रखी है। सिलेंडर का रंग लाल है। वो डायरी का रंग लाल बता रहे हैं, असली लूट तो यह है आपके सामने।
मैंने सुना है लाल टमाटर 150 रुपए किलो हो रखा है, यह लूट उन्होंने मचा रखी है, वह लाल टमाटर है। प्रधानमंत्री को लाल डायरी पर बात करने की जगह असलियत पर बात करनी चाहिए। वह डायरी है ही नहीं, कपोल कल्पित डायरी है। उसको लेकर राजनीति हो रही है, उसकी बजाय वे असलियत पर आएं। लाल टमाटर लाल है। महंगाई की मार से आमदनी खत्म हो रही है, इससे लोगों का चेहरा लाल हो गया है।
– चुनावों में बीजेपी को लाल झंडी दिखा देगी जनता
गहलोत ने कहा पीएम को महंगाई से राहत पर बात करनी चाहिए, वह नहीं कर रहे हैं। हम लोगों को महंगाई से राहत दिला रहे हैं। चुनाव आ रहे हैं, इसलिए भाजपा को आज जनता सीकर में तो सिग्नल दे चुकी है। जनता समझ गई है। आने वाले वक्त में लाल झंडी दिखा दी जाएगी। लाल डायरी की बात करके सरकार के खिलाफ षड्यंत्र किया गया है। असेंबली में जिस तरह का व्यवहार किया गया, उसका पूरा प्रदेश गवाह है। गहलोत ने राज्यों को दिए गए ग्रांट के पैसे गिनाने के पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया। गहलोत ने कहा प्रधानमंत्री छठी बार राजस्थान की राजनीतिक यात्रा पर आए। केंद्र सरकार राज्यों को पैसा देती है तो राज्यों को एहसान नहीं करती है। हम सोशल सिक्योरिटी की योजनाएं चलाकर जनता को राहत दे रहे हैं, यह भी एहसान नहीं है। लोकतंत्र में सरकारों का यह फर्ज है कि वह लोगों की मदद करे। हमारी स्कीम्स को रेवड़ियां बताकर बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। गहलोत ने कहा बीजेपी के नेताओं ने राज्य सरकार की शानदार योजनाओं से घबराकर राजस्थान पर धावा बोला है। राजस्थान सरकार को बदनाम करने का कुचक्र चलना शुरू कर दिया है। आए दिन जब बेवजह के झूठे मामले उठाए जाते हैं तो लोगों का मनोबल टूटता है। राजस्थान में कमजोर हालत देख प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री, रक्षा मंत्री से लेकर बड़े-बड़े नेता आ रहे हैं। बीजेपी की सरकार आते ही हमारी स्कीम्स को बार-बार बंद करते हैं। हम जब सरकार में आते हैं तो उनकी स्कीम्स को बंद नहीं करते। यह उज्ज्वला स्कीम उनकी थी, लेकिन हमने 500 रुपए में सिलेंडर देकर इसे आगे बढ़ाया।
प्रधानमंत्री को तो खुश होना चाहिए, क्योंकि उनकी स्टार्ट की गई योजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। पीएम को इसका उल्लेख करना चाहिए था कि राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने उज्ज्वला स्कीम में सिलेंडर 500 में करने का साहस किया है। वे इन मुद्दों पर नहीं बोलते।
– केंद्र को देना चाहिए 500 रुपए का सिलेंडर
गहलोत ने कहा- यह जो हमने 500 रुपए में सिलेंडर करने की हिम्मत दिखाई है, धीरे-धीरे दूसरे राज्यों को भी आगे आना पड़ेगा। दो राज्य तो आगे आ चुके हैं। उल्टा भारत सरकार को चाहिए कि यह प्रधानमंत्री की योजना है, योजना खराब कैसे हो सकती है? पीएम को चाहिए क्योंकि खुद की योजना है, राज्य सरकार अपना खर्चा लगा रही है, राज्य इस पर खर्चा क्यों करें, केंद्र दें। गहलोत ने कहा आज 80 दिन से ज्यादा हो गया मणिपुर में हालात बेकाबू है। मणिपुर में मारकाट मची हुई है, उसको लेकर नहीं बोल रहे हैं, जैसे ही रेप कांड हुआ। मणिपुर का वीडियो सामने आने के बाद मजबूर होकर पीएम को मीडिया में आकर बोलना पड़ा। उन्होंने मणिपुर से राजस्थान की तुलना करके राजस्थान का अपमान किया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री की तुलना राजस्थान से कर दी। उन्होंने तीन राज्यों के नाम लिया पहला नाम राजस्थान, फिर छत्तीसगढ़ का और फिर तीसरे नंबर पर मणिपुर का नाम लिया, जहां मारकाट मची है। वह हमारे स्वाभिमान पर चोट थी, यह जो हालात बने हैं, उसे समझने की जरूरत है।
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