जयपुर. मुख्य सचिव सुधांश पंत मंगलवार सुबह औचक निरीक्षण करने जयपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने एक-एक अधिकारियों के चैंबर का निरीक्षण किया, इस दौरान कुछ अधिकारी गायब मिले। कलेक्ट्रेट ऑफिस आने से पहले पंत संभागीय आयुक्त की बिल्डिंग में भी गए थे, जहां उन्होंने कर्मचारियों-अधिकारियों की उपस्थिति और उनके टेबल पर रखी फाइलों को देखा। सीएस सुधांश पंत सुबह करीब 9.20 बजे सबसे पहले संभागीय आयुक्त के ऑफिस पहुंचे थे। यहां करीब 15 मिनट रुकने के बाद वे 9.35 बजे जयपुर कलेक्ट्रेट के ऑफिस पहुंचे। अचानक जयपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस में सीएस के पहुंचते ही कर्मचारियों-अधिकारियों में हड़कंप मच गया। दौरे के दौरान सीएस ने एक-एक एसडीएम और एडीएम के चैंबर को खुद जाकर देखा। जहां अधिकांश अधिकारी मौके पर मिले। जयपुर सिटी एसडीएम के चैंबर में उन्होंने फाइलों का अंबार देखा तो कुछ फाइलें भी पढ़कर देखीं। उधर, कलेक्ट्रेट ऑफिस में ही आरएए (राजस्व अपील अधिकारी) रामावतार गुर्जर अपने चैंबर में नहीं मिले, तो सीएम ने उनके स्टाफ से जानकारी ली। उनके यहां भी फाइलों की पेंडेंसी दिखी, जिसकी मुख्य सचिव ने फोटो ली। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही मुख्य सचिव ने जयपुर जेडीए का ऐसा ही औचक निरीक्षण किया था। उस दौरान जेडीए सचिव, जोन उपायुक्त और अतिरिक्त आयुक्त के चैंबर में न मिलने पर उनको एपीओ कर दिया था। 1991 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी सुधांश पंत जयपुर में कलेक्टर रह चुके हैं। सरकार ने उन्हें अगस्त 2002 में जयपुर कलेक्टर के पद पर लगाया था। इससे पहले वे ट्रेनिंग के दौरान 1994 में जयपुर उपखण्ड अधिकारी के तौर पर काम कर चुके है। 2010 में जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त रह चुके हैं। मुख्य सचिव सुधांश पंत तीन साल पहले जींस पहनने से नाराज हो गए थे। तब वह राजस्थान में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी थे। जोधपुर संभाग में जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक में पानी की सप्लाई की समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट के डीआरडीओ सभागार में अधिशासी अभियंता को जींस में देख पंत नाराज हो गए। उनको लताड़ लगाते हुए घर जाकर पैंट पहनकर आने को कहा। इस पर अधिशासी अभियंता तुरंत वहां से रवाना हो गए और घर जाकर जींस की जगह पैंट पहन वापस बैठक में शामिल होने पहुंचे।

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