नई दिल्ली। अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में 11 अक्टूबर 2007 को हुए बम विस्फोट के मामले में स्वामी असीमानंद की रिहाई पाकिस्तान के गले नहीं उतर रही है। असीमानंद की रिहाई को लेकर पाक खासा चिंतित बना हुआ है। यही वजह रही कि पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारत के उप उच्चायुक्त को तलब किया। इस दौरान पाकिस्तान के उच्चाधिकारियों ने भारत उप उच्चायुक्त के समक्ष अपनी बात रखी। पाक दूतावास के सूत्रों ने बताया कि फरवरी 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए आतंकी हमले में 42 पाकिस्तानी नागरिकों की मौत हुई। उस दरम्यान स्वामी असीमानंद ने स्वीकारा था कि वह हमले का मास्टर माइंड था। वहीं अपने साथी के तौर पर भारतीय सेना के अधिकारी रहे कर्नल पुरोहित की भी पहचान की। जो अभिनव भारत के प्रमुख थे। इस दौरान पाक उच्चाधिकारियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस गंदे कृत्य के शिकार हुए सभी लोगों को न्याय दिलाने के मामले में भारत सरकार ठोस कदम उठाएगी। गौरतलब है कि हाल ही जयपुर की विशेष अदालत ने अजमेर बम कांड में असीमानंद सहित 7 आरोपियों को बरी कर दिया था। वहीं तीन आरोपियों को इस मामले में दोषी माना।
-जनप्रहरी एक्सप्रेस की ताजातरीन खबरों से जुड़े रहने के लिए यहां लाइक करें।