– कांग्रेस ने 70 साल तक इस देश में लोकतंत्र को जिंदा रखा है, इसलिए मैं कहता हूं कि मोदी को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री बनाया है।
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से कहा है कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मिलकर स्टार्टअप, स्किल डवलपमेन्ट, डिजीटल इंडिया और स्मार्टसिटी की जो योजनायें हवा में तैर रही हैं, उनको धरातल पर लायें ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके। गहलोत ने मीडियाकर्मियों से कहा कि भाजपा ने चुनाव पूर्व 15 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, अब वादा खिलाफी क्यों की जा रही है। आर.एस.एस. के हस्तक्षेप के सवाल पर गहलोत ने कहा कि आर.एस.एस. इस देश में शासन कर रही है। प्रचारक रहे नरेन्द्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं और एक के बाद एक हरियाणा, उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा और मणिपुर में आर.एस.एस. के प्रचारकों को ही मुख्यमंत्री बनाया गया है। अब तो राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे खुद कह चुकी हैं कि वे आर.एस.एस. की स्वयंसेवक रह चुकी हैं। अपनी मां को उन्होंने आर.एस.एस. का बडा नेता बताया और खुद को आर.एस.एस. का कहलाने में गर्व करने लगी हैं। पहले मुंह नहीं खोला था तो भ्रम बना हुआ था ताकि सभी धर्मों व जातियों में राजनीति चलते रहे। लेकिन अब यह देखकर कि सभी राज्यों में हमारी सरकारें बन गयी हैं तो धर्मनिरपेक्षता की बात को अब छोड़ दिया है। इसी संदर्भ में उन्होंने धौलपुर उप चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि भाजपा का इस क्षेत्र से एक मात्र मुस्लिम एम.एल.ए. था, उसे भी टिकट नहीं दिया गया है। गहलोत ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि 30 साल के बाद भाजपा को केन्द्र में स्पष्ट बहुमत मिला, इसके बावजूद मोदी को यह कैसे गवारा हुआ कि उत्तरप्रदेश में 403 टिकटों में एक भी टिकट किसी मुस्लिम को नहीं दिया गया। उन्होंने अफसोस के साथ कहा कि इसे देखते हुए तो भाजपा के बडे नेता मुख्तार अब्बास नकवी और शाहनवाज हुसैन को तो उसी दिन भाजपा से इस्तीफा दे देना चाहिए था। उनकी कौम को एक भी टिकट नहीं देने का मतलब साफ था कि ये देश को कहां ले जाना चाहते हैं। यानि संविधान की मूल भावना जिसमें लोकतंत्र व समाजवाद के साथ धर्मनिरपेक्षता भी है, उस मूल भावना को खतम करके चुनाव मैदान में उतरने वाली पार्टी में वे क्यों रहें। लेकिन पद की लालसा में सब बैठे हुए हैं। कई अन्य मुस्लिम नेता भी बैठे हुए हैं जो पद प्राप्त कर रहे हैं। देश किस दिशा में जा रहा है उस पर इन्हें चिन्तन और मनन करने की जरूरत है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश की एकता और अखण्डता के लिए इन्दिरा गांधी ने खालिस्तान नहीं बनने देने के लिए अपनी जान गवां दी और राजीव गांधी ने उप महाद्वीप में शांति स्थापित करने के लिये अपने प्राण गवां दिये। कांग्रेस ने 70 साल तक इस देश में लोकतंत्र को जिंदा रखा है, इसलिए मैं कहता हूं कि मोदी को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री बनाया है। हिन्दुस्तान और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे, आज पाकिस्तान में क्या हालात हैं, इस मुल्क में लोकतंत्र कायम रहा इस कारण श्री मोदी प्रधानमंत्री बन पाये। इसलिए मोदी को यह नहीं कहना चाहिए कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया। हमारा जवाब यही है कि आपको प्रधानमंत्री बनाया। गहलोत ने सवाल किया कि रिफाइनरी, जयपुर मेट्रो फेज-2, आदिवासी क्षेत्र में डूंगरपुर-बांसवाडा-रतलाम रेलवे लाइन, परबन नदी सिंचाई परियोजना, मेमो कोच फैक्ट्री जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कोई अता-पता नहीं है। इस सरकार के पास इन सबका कोई जवाब नहीं है। इस सरकार ने लापरवाही में तीन साल तो निकाल दिये और यूं ही साल-डेढ साल और निकाल देंगे।