Mayawati

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी में बगावत के सुर उभर रहे हैं। यूपी चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद बसपा नेताओं में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ खासा गुस्सा है। खासकर उन वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी है,जिन्होंने बसपा के संस्थापक काशीराम के साथ मिलकर पार्टी को खड़ा किया, लेकिन बाद में उन्हें ही पार्टी से दरकिनार कर दिया। ऐसे नाराज बसपा नेताओं ने अंदरखाने नेतृत्व के खिलाफ बगावत का मानस बनाया है। यह भी सामने आया है कि नाराज बसपा नेता अंबेड़कर जयंती से एक दिन पहले 13 अप्रेल को बड़ा सम्मेलन कर सकते हैं और नई पार्टी की घोषणा भी कर सकते हैं। बताया जाता है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलाकांत, गंगाराम आंबेडकर समेत अन्य नेता इस सम्मेलन को आयोजित कर रहे हैं। इस संबंध में बसपा कार्यकर्ताओं के बीच मैसेज भी पहुंचा रहे हैं। इनका मानना है कि बसपा संस्थापक काशीराम के बहुजन मिशन को आगे बढ़ाना चाहते हैं। चर्चा है कि अम्बेड़कर जयंती पर वे बड़े फोरम की घोषणा कर सकते हैं। इसे राजनीतिक दल का रुप भी दिया जा सकता है। नाराज बसपा नेता गुट का आरोप है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने संस्थापक कांशीराम के बहुजन मिशन को भुला दिया है। उन्हें पार्टी और कार्यकर्ताओं की परवाह नहीं है। इस वजह से पार्टी का वोट बेस गिरता जा रहा है। दलितों, अति-पिछड़ों और कमजोर तबकों के लिए एक नया कैडर बनाएंगे।

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