नई दिल्ली। नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ ही एसबीआई विश्व के 50 सबसे बड़े बैंकों की श्रेणी में शुमार हो गया। एक अप्रेल से एसबीआई में एसबीबीजे सहित पांच सहयोगी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और एक भारतीय महिला बैंक का विलय हो गया। इस तरह एसबीआई दुनिया के 50 बड़े बैंकों की सूची में आ गया। इस विलय के बाद अब एसबीआई 37 करोड़ खाता धारकों और उसकी शाखाओं का नेटवर्क 24,000 के आंकड़े को छू जाएगा। एसबीआई के देशभर में 59,000 एटीएम हो जाएंगे। एसबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया कि छह बैंकों के इस बड़े विलय के साथ एसबीआई ने एक बार फिर बदलाव, देश का अग्रणी बैंक होने के साथ मूल्यों के सृजन में अपनी क्षमता को साबित कर दिया है। इस विलय के बाद बैंक की जमा राशि 26 लाख करोड़ रपुए से अधिक और कर्ज पर दी गई राशि 18.50 लाख करोड़ रुपए आंकी गई है।
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