मुम्बई। फिल्म नूर की कहानी एक पत्रकार के जीवन से जुड़ी है। जो मुद्दों पर आधारित पत्रकारिता करना चाहती है। लेकिन स्वयं उसकी जिंदगी के कई मुद्दे अनसुलझे सवाल बन गए हैं। डावा-डोल होती लव लाइफ, नीचे जाता करियर और रोजमर्रा की भागदौड़ के बीच बढ़ते वजन से परेशान रहती है। नूर का यह किरदार निभा रही है सोनाक्षी सिन्हा। नूर आज के दौर की लड़की है, जो लड़की शराब की कस्में खाती है। अगले सुबह फिर हैंगओवर हो जाती है। बिस्तर पर पड़े-पड़े ही केक खाती है। फिर वजन करने वाली मशीन को कोसती है। डेट पर दोस्त की साथी बनकर जाती है और सिंगल लाइफ को कोसती रहती है। नूर फिल्म कुछ गंभीर मुद्दों पर फोकस करती है। लेकिन खुद को छोटे-छोटे मुद्दों के बीच फंसा लेती है। इस बीच बचपन का दोस्त साद (कनन गिल) उसका साथ देता है। मनीष चौधरी ने नूर के मेंटर का काम किया है। नूर कुछ नया करना चाहती हैं। तभी उसके जीवन में नया बॉयफ्रेंड आ जाता है अयान (पूरब कोहली)। तभी नूर की कामवाली बाई उसे मानव अंगों के व्यापार से जुड़े बड़े रैकेट के बारे में बताती है। सुनहिल सिप्पी ने पत्रकारों और मीडिया की रची-गढ़ी छवि से बाहर निकलने का काम किया है। इस फिल्म में पत्रकार झोला उठाकर नहीं चलता। फिल्म में बतौर दर्शक नूर की जिंदगी से कई मायनों में कनेक्ट होते हैं। फिल्म में फन भी है तो बहुत हद तक कुर्सी पर बैठकर क्रांति को मंजूरी देती है। फिल्म से सोनाक्षी का किरदार चमक गया है।
-जनप्रहरी की ताजातरीन खबरों के लिए लाइक करें।