जयपुर| जब कोई ब्यक्ति अपने सपनों की उड़ान भरता है तब वह पीछे मुद कर नहीं देखता, पर ठीक सपने पूरे होने के पहले कोई अनहोनी हो जाए तो इस दर्द को बयां करना मुश्किल होता है| कुछ ऐसा ही वाकया हुआ हरियाणा के करनाल की रहने वाली हिमानी के साथ हुआ. हिमानी पायलट बनने से एक कदम की पर थी, लेकिन ट्रेनिंग के आखिरी घंटे में विमान क्रैश होने से उसकी मौत हो गई.
हिमानी कल्याण जिनकी उम्र २४ साल थी, एक कमर्शियल पायलट बनने की ट्रेंनिंग ले रही थी. उनके साथ उनके गुरु भी थे| विमान की उचाई बोहोत ही नीछे होने के कारन वह रोपवे से उलझ गहि और उसके बाद विमान में तकनिकी खराबी हो गयी| उसके बाद हिमानी ने प्लेन को ज़मीन पर उतारने की कोशिश करने लगी तभी हादसा हो गया| हादसे में हिमानी और उनके गुरु कैप्टन रंजन गुप्ता की मौत हो गई| महाराष्ट्र के गोंदिया जिले की वैनगंगा नदी के पास यह हादसा बुधवार को सुबह साढ़े नौ बजे हुआ|
हिमानी पिछले दो साल से ट्रैंनिंग ले रही थी और पायलट बनाने में महज ३ घंटे बाकी थे| हिमानी को कमर्शियल पायलट बनने के लिए सिर्फ एक घंटे और प्लेन उड़ाना था| कमर्शियल पायलट के लाइसेंस के लिए कम से कम 200 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव होना चाहिए और हिमानी तब तक 199 घंटे प्लेन उड़ाने का अनुभव ले चुकी थी| हिमानी कल्याण गोंदिया के बिरसी हवाई पट्टी से नेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से विमान उड़ाने की ट्रेनिंग ले रही थी|