जयपुर. राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापंिसह खाचरियावास ने कहा कि बिना तैयारी के मुख्यमंत्री शहरी जन-कल्याण योजना शिविर राज्य सरकार ने षुरू कर दिये, इससे जनता को भारी परेशनी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा सरकार ने बिना कोई छूट दिये 2011-12 में कांग्रेस षासन में जो पट्टे बने हुये तैयार पड़े हैं उनको देने की तैयारी कर रखी है। कांग्रेस के समय जब ये शिविर लगाये गये थे तब स्टाम्प डयूटी सहित सभी तरह के करों में 100 प्रतिषत छूट दी गई थी और छूट इतनी अधिक थी कि उसका बहुत बड़ा लाभ प्रदेश की जनता को मिला था। राजधानी जयपुर की 80 प्रतिशत काॅलोनियों तथा कच्ची बस्तियों को कांग्रेस शसन के समय पटटे दे दिये गये थें। अब भाजपा सरकार जन-कल्याण षिविर के नाम पर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र तक देने में लोगों को चक्कर कटवा रही है। जन-कल्याण षिविर पूरी तरह से खाली पडे हैं क्योंकि इसमें ना तो कच्ची बस्तियों को पटटे मिल रहे हैं, ना स्टेट ग्राण्ड के पट्टे मिल रहे हैं, ना काॅलोनियों को नियमितिकरण के लिये छूट दी गई है, ना यूडी टैक्स में छूट दी गई है, ना लीज राषि में छूट दी गई है। इस तरह के षिविरों में जब सभी तरह के कामों में 100 प्रतिषत छूट दी जाती है तभी षिविरों का लाभ जनता को मिलता है। भाजपा सरकार वोटों की खातिर चिन्तन षिविर में व्यस्त होने की बजाय जन-कल्याण षिविरों में जनता को छूट देकर उन्हें सफल करने का प्रयास करती, तब माना जाता कि प्रदेश की जनता की सुध लेने की चिंता साढ़े तीन वर्ष बाद भाजपा को आई है। खाचरियावास ने कहा कि साढ़े तीन वर्ष बाद भी जन-कल्याण षिविर बिना तैयारी के सिर्फ राजनैतिक संदेष देने के लिये लगाये गये हैं। इन षिविरों में लोग इधर-उधर धक्के खा रहे हैं लेकिन उनका कोई भी काम नहीं हो रहा है।
खाचरियावास ने कहा कि जन-कल्याण षिविरों में भू-माफियाओं को बडा फायदा मिलेगा, ऐसी खाली जमीनें जिनका नियमन नहीं हो रहा था तथा विवादित हैं, उन जमीनों को भू-माफिया अधिकारियों से सांठगांठ करके जेडीए में होने वाले भ्रष्टाचार का फायदा उठाकर नियमितिकरण कराने में लगे हुये हैं। जन-कल्याण षिविरों के नाम पर प्रदेषभर में भू-माफिया सक्रिय हो गया है और उन्होंने अधिकारियों के साथ सांठगांठ करके अपना काम षुरू कर दिया है।
खाचरियावास ने कहा कि जेडीए और नगर निगम में कोई आपसी तालमेल नहीं है। यहां के अधिकारियों को भ्रष्टाचार का खून मुंह लगा हुआ है, इसलिये वो कोई काम नहीं कर रहे हैं। षिविर पूरी तरह से खाली पडे हैं और सरकार होटल में चिन्तन षिविर के नाम पर पार्टीयां करने में व्यस्त हैं। यदि सरकार में थोडी भी षर्म बाकी है तो मुख्यमंत्री और मंत्रीयों को इन षिविरों में जाकर जनता को विषेष छूट प्रदान करके उनके कार्य कराने चाहिये, इससे लोगों की थोडी बहुत परेषानियां दूर हो सकें। खाचरियावास ने कहा कि इन षिविरों में दिये जाने वाले पटटों पर मुख्यमंत्री का फोटो लगाना पूरी तरह से गैर कानूनी और सरकारी ताकत का दुरूपयोग मात्र है। इन सरकारी पट्टों पर कभी भी किसी भी मुख्यमंत्री और नेताओं के फोटो पूर्व में भी नहीं लगाये गये हैं। इसलिये मुख्यमंत्री सहित अन्य नेताओं के फोटो लगाना पूरी तरह से गैर कानूनी और अलोकतांत्रिक है।