लखनऊ। नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा बसपा सुप्रीमो मायावती पर लगाए गए आरोपों का गुरुवार शाम मायावती ने करारा जवाब दिया। मायावती ने कहा कि नसीमुद्दीन लोगों को डराकर पैसों की उगाही करता है, वह ब्लैकमेलर है। नसीमुद्दीन नेताओं के फोन टेप करता है, जिस टेप की बात कर रहा है, उसमें कोई नई बात नहीं है। उसने इस टेप से छेड़छाड़ की है। मायावती बोली नसीमुद्दीन कभी किसी का हितैषी नहीं हो सकता। उसके खिलाफ यूपी के पश्चिमी इलाकों, लखनऊ मंडल व उत्तराखंड से पार्टी नेताओं ने शिकायतें की थी। शिकायतों में स्पष्ट रुप से कहा गया कि जिनको आपने ऊपर बैठाया है, उन्हें नहीं हटाया जाएगा तो पार्टी को आगे नहीं बढ़ाया जा सकेगा, पार्टी पीछे ही चली जाएगी। शुरू से ही मैं पार्टी के लोगों से कहती आई हूं कि प्रत्येक माह थोड़ा-थोड़ा धन पार्टी के लिए जमा करना चाहिए। सदस्यता का आधा पैसा जमा हुआ। जबकि आधा नसीमुद्दीन खा गया। अब गरीब का पैसा वो कैसे खा जाए, यह मैं कतई बर्दाश्त नहीं करुंगी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लिए मैं कोई गलत बयान या बात नहीं कह सकती। इस बात को मुस्लिम समाज बखुबी जानता है। बसपा से मुस्लिम समाज के नहीं जुडऩे का एक कारण नसीमुद्दीन भी है। उसके जैसे लोगों के कारण ही मुस्लिम समाज बसपा से सीधा नहीं जुड़ पा रहा था। यही वजह रही कि उसको पार्टी से निकालना ही पड़ा। गौरतलब है कि बसपा से बर्खास्त नसीमुद्दीन ने मायावती के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा था कि मायावती ने मुसलमानों को अपशब्द कहे और गद्दार बताया।
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