जयपुर। जयपुर में बुधवार देर रात लकड़ी के गौदाम में आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते गौदाम को खाक कर दिया और आस-पास के दर्जनों मकानों तक आग की लपटें पहुंच गई। एसी और कूलर में सो रहे लोगों को जब गरम हवाएं लगने लगी तो उनकी नींद टूटी और दरवाजे-खिड़की खोली तो बाहर आग की लपटें दिखाई दी। जो तेजी से घरों की तरफ आ रही थी। यह देख लोगों में कोहराम मच गया। वे अपने बच्चों और बुजुर्गों को नींद से उठाते दिखे और सुरक्षित रास्तों से उन्हें बाहर निकाला।
कैलाश पारीक के लम्बे चौड़े मकान के खाली हिस्से में लकड़ी की टाल में आग लगी। यह जगह पारीक ने किसी व्यापारी को किराये पर दे रखी थी। यहां फर्नीचर बनाने के लिए भारी मात्रा में लकड़ी पड़ी हुई थी। एक तरह से यह गौदाम था, जहां लकड़ी रखी जाती थी। रात दो बजे अचानक ही इस गौदाम में आग लग गई और देखते ही देखते आग इतनी विकराल हो गई कि किसी को कुछ नहीं सूझा। देर रात को आग लगने से किसी को पता भी नहीं लगा। लोगों की सूचना पर पुलिस और दमकल गाडियां मौके पर पहुंची। पचास से अधिक दमकल गाड़ियां आग बुझाने के लिए लगी। तडके पांच बजे आग पर काबू पाया गया, हालांकि सुबह तक लकड़ियों में आग की लपटें उठती रही। इस गौदाम के चारों तरफ दर्जनों मकान है, जिनके दरवाजे, खिड़की जल गए और कमरों में लगे एसी, कूलर व दूसरे बिजली उपकरण भी जल गए। घरों के बाहर रखे वाहन भी जल गए। गनीमत रही कि घरों में रखे सिलेण्डरों तक आग नहीं पहुंची। सिरेण्डरों को सुरक्षित जगह पर रखा गया। एक दर्जन मकानों में दर्जनों लोगों की जान खतरे में डाल दी इस गौदाम में। पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।