Need to prepare Indian youth and connect with industries: Maheshwari

जयपुर। देश का युवा अब काफी सक्रिय है और अपने नवाचार बाजार में लाने को तैयार हैं। यह बात राजस्थान की उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री, किरण माहेश्वरी ने कही। वे होटल रॉयल आॅर्किड में आज फेडरेशन आॅफ इंडियन चैम्बर्स आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित एचआर समिट के दूसरे संस्करण में सम्बोधित कर रही थी। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार ने राजस्थान के विभिन्न जिलों में इन्क्युबेशन सेंटर्स स्थापित किए है। इनके जरिए उद्योगों को स्टूडेंटस से जोडा जा रहा है, उन्हें आर्थिक सहायता दी जा रही है और स्टूडेंटस के नवाचार को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इस समय 3000 युवाओं को इनमें ट्रेनिंग दी गई है और जिनके जरिए 50 स्टार्टअप्स पूरे राज्य में आरम्भ हुए है। ट्रिपल आई (इंडस्ट्री, इंस्टीट्यूट इंटरेक्शन) सैल भी विभिन्न सरकारी कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, आदि में खोले गए है। इनका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और उनके लिए उपयुक्त उद्योगों के मध्य सम्पर्क बढ़ाना है। सेंटर आॅफ ई-गवर्नेंस के तहत तीन माह पहले सैंट्रल प्लेसमेंट सैल भी खोला गया था। इसके जरिए अब तक 450 युवाओं को रोजगार मिल चुका है। मारूती सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चीफ मेंटर, एस.वाई. सिद्दकी ने कहा कि मानव पूंजी कारपोरेट क्षेत्र के लिए रणनीतिक चुनौती बनती जा रही है। नेतृत्व क्षमता का विकास, कार्य संस्कृति, टैलेंट स्ट्रेटजी और कारपोरेट गर्वनेंस मानव संसाधन के लिए हमेशा एक रणनीतिक क्षेत्र बना रहेगा। एचआर नेक्सट जनरेशन के मुख्य तत्वों में भविष्य की ओर बढ़ना, वर्तमान में भविष्य की अभिकल्पना करना और मौजूदा परिस्थितियों को विचारशील एचआर में बदलना है। फिक्की राजसथान स्टेट काउंसिल के पूर्व चेयरमैन, महाराज जय सिंह ने कहा कि पूरी दुनिया के एक्जीक्यूटिव्स यह मानने लगे हैं कि कम्पनियों के सामने सबसे बडी चुनौती मजबूत टैलेंट पूल को तैयार करना और बनाए रखना है। जो कम्पनियां टैलेंट का महत्व समझती है और अपने व्यापार को उसी हिसाब से मैनेज करती हैं, उन्हें इसका अच्छा लाभ मिलता हैं। इस अवसर पर फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के हैड श्री अतुल शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया और फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल और चेयरमैन जीनस इनोवेशन लिमिटेड आई.सी.अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

प्लेनरी सेशन 1 – नेक्सट जनरेशन एचआर- पैरेडाइम शिफ्ट
आईबीएम इंडिया लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एचआर चैतन्य श्रीनिवास ने कहा कि आईबीएम के अध्ययन के अनुसार 51 कॉरपोरेट एक्जीक्यूटिव्स और 71 प्रतिशत चयनकर्ता यह मानते हैं कि उन्हें कुशल कर्मचारी नहीं मिलते। किसी कर्मचारी की विशेष दक्षता को सामने लाने के लिए डिजीटल बैजेज का इस्तेमाल किया जा सकता है। इन बैजेज को सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे लिंक्डेन आदि पर डाला जा सकता है। इससे चयनकतार्ओं को उपयुक्त कौशल वाले कर्मचारी का चयन करने में आसानी होगी। जेके टायर्स एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के हैड ह्यून रिसोर्स इंडिया एंड मैक्सिको, विजय देशपांडे ने कहा कि आज के कर्मचारियों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए हमें श्रेष्ठ कार्य करने की संस्कृति, नए कौशल और दक्षताएं हासिल करने और नए काम सीखते हुए उन्हें काम में लेने पर निरंतर ध्यान देना होगा। इन्फोसिस लिमिटेड के हैड एचआर ग्लोबल डिलीवरी संतोष पांपलिया ने कहा कि एचआर को निरंतर सीखने की संस्कृति को अपनाना होगा। भविष्य में एचआर को तीन भूमिकाएं स्टोरीटैलर, स्ट्रेटजी इंटरपे्रटर और स्ट्रेटजिक फैब्रिकेटर की भूमिका निभानी होगी। आयशर पोलरिस प्राइवेट लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट एचआर (सदस्य एक्जीक्यूटिव कमेटी), अरिंदम चक्रबर्ती ने कहा कि एचआर सांस्कृतिक राजदूत होता है जो व्यक्तिवाद को समूहवाद में बदलता हैं। फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के सदस्य और बिजनिस हैड महिन्द्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर लिमिटेड संजय श्रीवास्तव ने सेशन की अध्यक्षत की।

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