जयपुर। पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत आज धनतेरस से हुई। भगवान धनवंतरी और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना के साथ व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोले तो हिन्दू समाज ने भी इस पावन पर्व पर खूब खरीदारी की। धनतेरस पर खरीदारी को शुभ व फलदायी माना जाता है। इस दिन हिन्दू समाज में बर्तन, सोने चांदी, वाहन और इलेक्ट्रिक सामान की खरीदारी खूब होती है। कोई भी प्रतिष्ठान हो, चाहे छोटी-बड़ी दुकान, शोरुम या कंपनी हर जगह खरीदारों की भीड़ रहती है। दुकानदारों को सामान बेचने की फुर्सत नहीं मिलती है। सुबह से देर रात तक खरीदारी का दौर चलता है। माना जाता है कि इस दिन इतनी बिक्री होती है, जितनी पूरी साल में भी नहीं हो पाती है दुकानदारों की। आज धनतेरस पर भी सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ रही। खासकर ज्वैलर्स, बर्तन वाले, इलेक्ट्रिक्स और वाहन कंपनियों पर। पूरे देश में अरबों रुपए की खरीदारी का अनुमान है।
राजस्थान में करीब ढाई हजार करोड़ रुपए की बिक्री होने का अनुमान व्यापारी संगठन बता रहे हैं। हर राज्य की स्थिति ऐसी रहती है। यानि धनतेरस पर एक लाख करोड़ रुपए के व्यापार होने का अनुमान है। आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरी के जन्मोत्सव के तौर पर मनाए जाने वाले धनतेरस पर लाखों चांदी के सिक्के बिकते हैं। देश में हजारों चौपहिया तो लाखों दुपहिया वाहनों की बिक्री होती है। इस दिन मकान व दुकानें भी खरीदी जाती है। लोग नए घरों व फ्लैट में शिफ्ट होते हैं। रियल स्टेट में भी रौनक होती है। पटाखों की भी खूब बेचान होता है। धनतेरस से पर्व की शुरुआत होने से अब दिवाली तक बाजारों में रौनक रहेगी। खरीदारी के साथ बाजारों में सजावट की खूब रहेगी।