जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह शेखावत (गोगामेडी) ने विवादों के घेरे में आई पद्यावती फिल्म को लेकर बड़ा बयान दिया है। सुखदेव सिंह गोगामेडी ने बयान दिया है कि पद्यावती फिल्म पर बैन लगाने या रिलीज करने के संबंध में एक तीन सदस्य कमेटी बनाई है। यह कमेटी तय करेगी कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ हुई है या नहीं। साथ ही फिल्म के रिलीज होने या नहीं होने के बारे में भी राय देगी। गोगामेडी ने आरोप लगाया कि इस कमेटी में उदयपुर राजघराने के अरविन्द सिंह मेवाड़ को शामिल किया है। सरकार का यह चयन गलत है। अरविन्द सिंह मेवाड़ के किसी भी फैसले को राजपूत समाज और राजपूत संगठन स्वीकार नहीं करेंगे। गोगामेडी ने अरविन्द सिंह मेवाड के स्थान पर महेन्द्र सिंह मेवाड़ को शामिल करने की मांग की है।
क्योंकि मेवाड़ के असली वंशज महेन्द्र सिंह मेवाड़ है और उनके निर्णय को ही स्वीकार किया जाएगा। गोगामेडी के इस बयान से फिर विवाद होने का अंदेशा है और कमेटी ने फिल्म रिलीज की राय दे भी दी तो राजस्थान में रिलीज होना मुश्किल हो सकता है। गौरतलब है कि पद्यावती फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पदमनी के बीच प्रेम प्रसंग दिखाने, राजपूत इतिहास से छेड़छाड़ करने को लेकर राजपूत समाज समेत हिन्दू संगठन आंदोलित है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन भी हो चुके हैं, जिसके चलते राजस्थान, यूपी, मध्यप्रदेश में फिल्म पर बैन भी लग चुका है। सेंसर बोर्ड फिल्म को प्रदर्शित करने से पहले इतिहासकारों के पैनल से इसकी समीक्षा करवा रहा है। उनकी रिपोर्ट के बाद ही फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति देने या नहीं देने का फैसला किया जाएगा।