जयपुर। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा है कि राफेल डील में बोफोर्स से भी बड़ा घोटाला हुआ है। 56 इंच का सीना होने और भारत माता की जय लगाकर जनता की सरकार होने का दावा करने वाली मोदी सरकार इस मामले में चर्चा से बच रही है।
संजय सिंह आज राजस्थान यात्रा पर आए थे और इस दौरान जयपुर के सर्किट हाउस में उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि बोफोर्स तोप घोटाला 64 करोड़ रुपए का था जबकि, राफेल डील में 35000 करोड़ का महाघोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके सभी सबूत मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि देश के रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने 18 नवंबर 2016 को संसद में एक जवाब देते हुए कहा था कि राफेल का जो समझौता हुआ है विद इक्यूप्मेंट्स उसका रेट 670 करोड़ है, लेकिन उसके बाद 19 मार्च 2018 को सुभाष भामरे ने जो जवाब दिया है उसमें विदाउट इक्यूप्मेंट्स रेट 670 करोड़ बताया गया है। इसके अलावा कंपनी ने अपनी एक एक रिपोर्ट में 1670 करोड़ रुपये की डील होने की बात कही। इस मामले में देश की जनता से झूठ बोला जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में डील तीन महीने पुरानी एक अनुभवहीन कंपनी के साथ की गई, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पारिवारिक मित्र अनिल अंबानी की कंपनी है। जब यह डील हो रही थी तब प्रधानमंत्री मोदी के साथ अनिल अंबानी भी मौजूद थे। संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के चेहरे पर जो लाली नजर आ रही है वह राफेल की दलाली की है।
सांसद संजय सिंह ने कहा देश में मोदी के खिलाफ महागठबंधन की बात गलत है। प्रमुख विपक्षी दलों को यह गठबंधन मोदी के खिलाफ नहीं बल्कि एनडीए की सरकार के खिलाफ है।
सांसद संजय सिंह ने राजस्थान में आम आदमी पार्टी की गतिविधियों को लेकर पूछे सवाल के उत्तर में बताया कि पार्टी राजस्थान में सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। राजस्थान की जनता भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों का शासन देख चुकी है। वसुंधरा सरकार की वापसी तय हो चुकी है। अहंकार की बुनियाद पर कोई सरकार नहीं चल सकती। महाराजा—महारानी देश चलाए, लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह अब संभव नहीं है। देश तो जनसेवक ही चलाएंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी।