नयी दिल्ली : राजस्थान के भरतपुर, अलवर, राजसमंद और उदयपुर का दौरा करने वाले ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस), सांसदो और उच्चतम न्यायालय के वकीलों के एक तथ्यान्वेषी दल ने आरोप लगाया है कि राज्य में अल्पसंख्यकों को नियमित रूप से हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ता है।ऑल इंडिया किसान सभा के नेता पी कृष्णप्रसाद ने बताया कि भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले दल ने छह और सात जनवरी को राजस्थान का दौरा करके गोरक्षा के नाम पर होने वाली हत्याओं और हमलों पर गौर किया।
उन्होंने बताया, “ हम उन परिवार के सदस्यों से मिले जिनके प्रियजन की हत्या हुई थी और अल्पसंख्यक समुदाय के ऑटो चालकों, सेवा निवृत कर्मियों, व्यापारियों और अन्य लोगों ने हमें बताया कि वह नियमित रूप से धमकियों और हमलों का सामना कर रहे हैं।” एआईकेएस नेता ने दावा किया कि अलवर में पुलिस अधिकारियों से बात करने के बाद दल ने पाया कि ये अधिकारी अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ पूर्वाग्रहों से ग्रसित हैं।
माकपा सांसद बदारूदोजा खान ने आरोप लगाते हुए कहा, “ पूर्वाग्रह, पक्षपात और धार्मिक पहचान के आधार पर अल्पसंख्यकों को एक खांचे में रखने की वजह से डेयरी किसानों के खिलाफ कई गलत मामले दर्ज करके उन्हें गौ तस्कर बताया जा रहा है और सुनियोजित तरीके से उन्हें परेशान किया जा रहा है।” राजस्थान की विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर भी इस दल ने इन मुद्दों को नहीं उठाने का आरोप लगाया है।