जयपुर. राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं की बेरोजगारी की स्थिति के विषय में गंभीर है और बीते छह माह में पिछली सरकार के समय से लम्बित चल रही कई भर्तियों के सफल अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरियाें में नियुक्तियां दी गई हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों ने विभिन्न भर्तियों की नियुक्ति प्रक्रिया में देरी के कारणों का समाधान किया, जिसके बाद हजारों अभ्यर्थियाें के लिए सरकारी नौकरी का रास्ता साफ हुआ। वर्तमान में प्रक्रियाधीन भर्तियों में नियुक्ति से सम्बन्धित जटिलताओं को दूर करने और प्रक्रिया को पारदर्शी तथा सुगम बनाने के लिए मुख्य सचिव स्तर पर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ संयुक्त सेवा प्रतियोगी परीक्षा (आर.ए.एस.) 2016 के सफल अभ्यर्थियों को अंतिम परिणाम घोषित होने के करीब 20 माह बाद 30 जून, 2019 को वर्तमान सरकार ने सेवा आवंटन कर नियुक्ति दी। इसके बाद राज्य सरकार ने भविष्य में आर.ए.एस. परीक्षा के समयबद्ध आयोजन तथा सेवा आवंटन के लिए एक समिति का गठन कर दिया है।
गहलोत ने वर्ष 2013 की लिपिक ग्रेड द्वितीय भर्ती के आरक्षित सूची के 1,325 अभ्यर्थियों को शिथिलन देने के निर्देश दिए, जिसके बाद फरवरी और मई माह में 1,000 से अधिक अभ्यर्थियों को विभाग आवंटित किए गए हैं। इसी प्रकार, प्रारम्भिक शिक्षा विभाग में 26,000 तृतीय श्रेणी शिक्षकों के पदों में से 18,480 पर नियुक्ति दी है तथा शेष अभ्यर्थियों की पदस्थापन प्रक्रिया जारी है। उच्च शिक्षा विभाग में कुल 1,175 चयनित अभ्यर्थियों में से 1,111 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी गई है और शेष की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है।