जयपुर। नागौर सीओ ओमप्रकास गौतम, महिला थाना सीआई भंवर सिंह व कांस्टेबल बीरमाराम के खिलाफ एसपी पारिस देशमुख के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में अधिवक्ता ने उक्त तीनों के खिलाफ झूंठा फंसाने का आरोप लगाया तथा कहा कि झूंठा आरोप लगाकर फसाने के आरोप में तीनों पर सख्त कार्रवाई की जाए। एसपी ने इसकी जांच नागौर एएसपी को सौंपी है। एसपी के समक्ष पेश हुए अधिवक्ता महावीर विश्नोई ने परिवाद में कहा कि उसे खिलाफ कोतवाली में रिर्पोट डाली गई। जिसमें कहा गया कि अधिवक्ता कांस्टेबल को मजिस्ट्रेट के समक्ष धमकाया। अधिवक्ता ने बताया कि एक मामले में दिनेश सोनी को 19 मार्च को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया।
जिसकी पैरवी करने मैं भी गया था। जहां कोतवाली पुलिस ने उसका रिमांड मांगा तो मैंने भी वकील होने के नाते उसका विरोध किया। जिसमें मजिस्ट्रेट उनकी दलील को अस्वीकार कर पुलिस को रिमांड सौंप दिया। अधिवक्ता ने कहा कि रिमांड के आदेश में मजिस्ट्रेट ने इस तरह की किसी घटना का उल्लेख नहीं किया है। जिस तरह की घटना की रिपोर्ट मेरे खिलाफ कोतवाली में डाली गई है। अधिवक्ता ने कहा कि कांस्टेबर बीरमाराम ने उनकी छवि धूमिल करने के लिए यह गलत रिपोर्ट डाली। अधिवक्ता ने कहा कि कास्टेबल नागौर सीओ व तत्कालीन कोतवाल को गलत रिपोर्ट दी। अधिकारियों ने बिना छानबीन के गलत रिपोर्ट दर्ज कर उनकी छवि धूमिल करने और फसाने का प्रयास किया।