– 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु मोती डूंगरी गणेश मंदिर पर दर्शनों के लिए आए
जयपुर. भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर बुधवार के विशेष संयोग में आज गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया। कोरोना काल के 2 साल बीतने के बाद आज जयपुर में गणेश चतुर्थी का मेला भरा है। जयपुर रात 12 बजे से ही करीब 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु मोती डूंगरी गणेश मंदिर पर दर्शनों के लिए आए। जिसे देखते हुए प्रशासन ने जेएलएन मार्ग पर 3 जगहों से एंट्री बंद कर दी है। वहीं मंदिर में एंट्री के लिए जेएलएन मार्ग, मोती डूंगरी रोड और तख्तेशाही रोड पर 500 मीटर लम्बाई में बेरिकेटिंग की है। मंदिर में भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने मंदिर के पट आज रात 12 बजे तक खोलने का निर्णय किया है, केवल बीच में 10-15 मिनट के लिए भगवान गणेश जी को भोग लगाने के लिए मंदिर के पट मंगल करेंगे। उसके बाद खोल दिए जाएंगे, ताकि कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन किए जा न सके। इस बार गणेश चतुर्थी पर बुधवार का विशेष संयोग है, जो 10 साल बाद आया है। गणेश चतुर्थी पर इससे पहले बुधवार का संयोग साल 2012 में आया था। गणेश चतुर्थी पर बुधवार का संयोग समृध्दिदायक होता है और आज बुधवार के साथ रवि योग में गणेश चतुर्थी शुरू हुई है। जबकि दिनभर चित्रा नक्षत्र और शुक्ल योग का संयोग रहेगा। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 11 रैलिंग लगाई गई है। तख्तेशाही रोड पर और जेडीए सर्किल से गणेश मंदिर चौराहे तक बैरिकेट्स लगाए गए है, जहां से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया। 5 लाइनों से भक्तों को एंट्री दी जबकि 5 लाइनों से एग्जिट दी।
जयपुर. भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर बुधवार के विशेष संयोग में आज गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया। कोरोना काल के 2 साल बीतने के बाद आज जयपुर में गणेश चतुर्थी का मेला भरा है। जयपुर रात 12 बजे से ही करीब 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालु मोती डूंगरी गणेश मंदिर पर दर्शनों के लिए आए। जिसे देखते हुए प्रशासन ने जेएलएन मार्ग पर 3 जगहों से एंट्री बंद कर दी है। वहीं मंदिर में एंट्री के लिए जेएलएन मार्ग, मोती डूंगरी रोड और तख्तेशाही रोड पर 500 मीटर लम्बाई में बेरिकेटिंग की है। मंदिर में भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने मंदिर के पट आज रात 12 बजे तक खोलने का निर्णय किया है, केवल बीच में 10-15 मिनट के लिए भगवान गणेश जी को भोग लगाने के लिए मंदिर के पट मंगल करेंगे। उसके बाद खोल दिए जाएंगे, ताकि कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन किए जा न सके। इस बार गणेश चतुर्थी पर बुधवार का विशेष संयोग है, जो 10 साल बाद आया है। गणेश चतुर्थी पर इससे पहले बुधवार का संयोग साल 2012 में आया था। गणेश चतुर्थी पर बुधवार का संयोग समृध्दिदायक होता है और आज बुधवार के साथ रवि योग में गणेश चतुर्थी शुरू हुई है। जबकि दिनभर चित्रा नक्षत्र और शुक्ल योग का संयोग रहेगा। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 11 रैलिंग लगाई गई है। तख्तेशाही रोड पर और जेडीए सर्किल से गणेश मंदिर चौराहे तक बैरिकेट्स लगाए गए है, जहां से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया। 5 लाइनों से भक्तों को एंट्री दी जबकि 5 लाइनों से एग्जिट दी।