जयपुर। तीन दशक से अधिक समय से हिन्दुत्व और विश्व हिन्दू परिषद के पर्याय रहे प्रवीण भाई तोगडिया को सियासी दांवपेच में पटकनी दे दी गई। परिषद के चुनाव में प्रवीण भाई का गुट हार गए है और पूर्व गवर्नर वी.एस.कोकजे नए अंतरराष्टÓीय अध्यक्ष चुने गए हैं। इस हार के साथ ही प्रवीण भाई ने विहिप को अलविदा कह दिया है। एक तरह से विश्व हिन्दू परिषद से तोगडिया की छुट्टी हो गई है। हालांकि वे हिन्दुत्व के मुद्दे पर लडते रहेंगे और उन्होंने सत्रह अप्रेल से सड़क पर उतरने की घोषणा भी कर दी है।
तोगडिया ने कहा कि वे राम मंदिर व दूसरे मुद्दों पर केन्द्र सरकार को घेरेंगे। हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर और राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश विष्णु सदाशिव कोकजे दो तिहाई बहुमत के साथ जीते है। कोकजे ने परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष राघव रेड्डी को 71 मतों से हराया। 192 सदस्यों ने चुनाव में भाग लिया था। कोकजे को 131 तो रेडडी को 60 मत मिले। एक वोट रद्द हो गया। रेड्डी को प्रवीण भाई तोगडिया ने समर्थन किया था। इस हार के साथ ही इन्होंने विहिप से इस्तीफा दे दिया। तोगडिया के स्थान पर आलोक कुमार को अंतरराष्टÓीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है।