मेहसाणा : वडनगर क्षेत्र के निकट एक प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना के प्रबंधक के रूप में काम करने वाले एक दलित व्यक्ति ने आज कथित रूप से आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि स्कूल के तीन शिक्षकों के शोषण के बाद व्यक्ति ने यह कदम उठाया।
पुलिस ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि महेश चौहान ने एक कुएं में कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली।
पुलिस के अनुसार आत्महत्या को उकसाने के लिए स्कूल के तीन शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस घटना पर गंभीर रूख अपनाते हुए गुजरात के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ईश्वर परमार ने इस घटना की जांच के आदेश दिये है और अधिकारियों द्वारा सौंपी जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया।
इस जिले के वडनगर पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार महेश ने वडनगर तालुक के एक गांव के निकट एक कुएं में कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महेश के शव के पास से पुलिस को बरामद हुए सुसाइड नोट के आधार पर महेश की पत्नी ने स्कूल के तीन शिक्षकों के खिलाफ वडनगर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि तीन शिक्षकों के शोषण से तंग आकर उसके पति ने आत्महत्या कर ली। इसमें आरोप लगाया गया है कि तीनों शिक्षक महेश को दलित होने के कारण प्रताडित करते थे।
क्षेत्रीय पुलिस इंस्पेक्टर आर एल खराडी ने कहा, ‘‘तीन शिक्षकों की पहचान मोमिन हसन अब्बासभाई, विनोद प्रजापति और अमाजी ठाकोर के रूप में हुई है और इनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (आईपीसी की धारा 306) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।’’उन्होंने बताया कि हालांकि अभी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है।वडनगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गृहनगर है।