-ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट

कोटा। कोटा में आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट ;ग्रामद्ध के अंतिम दिन आज मोटिंग एग्री टूरिज्म इन कोटा रीजनष् विषय पर सेमीनार आयोजित की गई। इसमें राजस्थान सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग व परिवहन मंत्रीए यूनुस खान ने कहा कि किसानों के दैनिक जीवन में प्रचलित प्रमुख गतिविधियों से भी एग्री टूरिज्म किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि कोटा सम्भाग में पारम्परिक भोजनए आरामदायक प्रवासए मनोरंजक फार्म एक्टिविटीज के साथ.साथ उचित माध्यमों एवं मार्केटिंग के सुव्यवस्थित समायोजन से एग्री टूरिज्म में रास्ते खुल सकते हैं। इस सेमीनार में कृषि गतिविधियों को पर्यटन गतिविधियों के नजरिए से देखने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग के विशेष सचिवए प्रदीप कुमार बोराड ने सेमीनार की अध्यक्षता की। बोराड ने कहा कि एग्री टूरिज्म टिकाऊ एवं बहुमुखी विकास का इंजन हैए जो आर्थिकए सामाजिक व पर्यावरण बदलाव प्रदान करता है। एग्री टूरिज्म डवलपमेंट कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड ;एटीडीसीद्ध के प्रबंध निदेशकए पांडुरंग तवारे ने कहा कि एग्री टूरिज्म मात्र किसानों के लाभ के लिए ही नहींए बल्कि पूरे गांव की सस्टेनेबिलिटी के लिए भी आवश्यक है। एग्री टूरिज्म में आय के विभिन्न स्त्रोतों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि विजिटर्स के लिए फार्म टूर्सए फार्म स्टेए पारम्परिक भोजन परोसनाए फार्म एक्टिविटीज में पर्यटकों को शामिल करना जैसी सुविधाएं हो सकती है। उन्होंने आगे बताया कि खेत के उत्पादन के मौके पर बिक्री व प्रोसेस्ड फार्म प्रोडक्ट्स के साथ.साथ षिल्प व स्मारिकाओं की बिक्री के माध्यम से होने वाली आय से भी किसानों को लाभ हो सकता है। सहज एग्रोफार्म इंडिया के निदेषक विज्ञान गाडोदिया ने बताया कि एग्री टूरिज्म विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों का एक समुह हैए जो मेजबान किसानों को आर्थिक रूप से लाभए पर्यटकों के लिए छुट्टियां मनानेए सीखनेए मनोरंजन व आध्यात्मिक सेवाएं प्रदान करता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कोटा क्षेत्र अधिक पानी की वनस्पति वाला क्षेत्र हैए जिससे यहां इसी प्रकार के पर्यटन की अधिक संभावना है। इसके अतिरिक्तए दिल्ली मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रोजेक्ट ;डीएमआईसीद्ध भी किसानों को अपने खेतों में और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। यूनिवर्सिटी आॅफ कोटा के स्कूल आॅफ हेरिटेज टूरिज्म एंड म्यूजेलाॅजी की एसोसिएट प्रोफेसर व रिसर्च अवार्डीए डॉण् अनुकृति शर्मा ने कहा कि एग्री टूरिज्म कोटा क्षेत्र के लिए जीवनरक्षक के रूप में कार्य कर सकता है। यहां बड़ी संख्या में विद्यार्थी षिक्षा में अच्छा प्रदर्षन करने के अत्यधिक दबाव से ग्रस्त होते हैं। उन्होंने आगे बताया कि एग्री टूरिज्म के माध्यम से विद्यार्थियों को भावनात्मक पुरस्कार प्रदान करते हुए सकारात्मक व यादगार अनुभव दिलाने में मदद मिल सकती है। इससे विद्यार्थी अपने कृषि ज्ञान को बढ़ाने के साथ.साथ खेतों के वातावरण को भी और अधिक बेहतर बना सकेंगे। डॉण् शर्मा ने आगंतुकों के पर्यटन अनुभव को बढ़ाने के लिए किराए पर साइकिल उपलब्ध करानेए खेतों का वर्चुअल टूर प्रदान करनेए योग व ध्यान केंद्रोंए अरोमा थैरेपी स्पाए मंदिरों व आयुर्वेदिक केंद्रों की स्थापना के सुझाव भी दिए।

LEAVE A REPLY