नयी दिल्ली। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को ‘गलत तरीके से लागू करने’ के खिलाफ प्रतिष्ठित संस्थान एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों का आंदोलन आज तीसरे दिन भी जारी है। आंदोलनरत डॉक्टर उपवास पर हैं, लेकिन साथ ही अस्पताल में काम भी कर रहे हैं। डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि आरएमएल और सफदरजंग अस्पताल तथा चंडीगढ़ स्थित पीजीआईएमईआर जैसे स्वायत्त संस्थानों सहित केन्द्र सरकार के अन्य अस्पतालों में सातवें केन्द्रीय वेतन आयोग के अन्तर्गत संशोधित भत्ता लागू कर दिया गया है। लेकिन एम्स के डॉक्टर अब तक इस लाभ से वंचित हैं।
करीब 2,000 रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने आयोजित अनशन में अपराह्न एक बजे से दो बजे तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन में हिस्सा लिया और उन्होंने घोषणा की कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाएंगी तब तक वे अपना अनशन जारी रखेंगे। इनके साथ नर्सों के यूनियन, ऑफिसर्स एसोसिएशन, युवा वैज्ञानिकों की सोसाइटी, छात्र संघ एवं कर्मचारी संघ और अन्य लोगों ने हिस्सा लिया।