जयपुर। अजमेर की सूफी दरगाह गरीब नवाज परिसर में बम धमाके के षड्यंत्र और तीन लोगों की मौत मामले में आज सोमवार को एनआईए की विशेष कोर्ट में एनआईए ने पूरक रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में एनआईए ने पूर्व की भांति आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक और पदाधिकारी इन्द्रेश कुमार, साध्वी प्रज्ञा सिंह, जयंत भाई और समंदर सिंह को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि अजमेर बम धमाके और उसके षड्यंत्र में चारों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है और ना ही उनके खिलाफ अनुसंधान किया जा रहा है। इस मामले के फैसले के वक्त एनआईए ने एक अर्जी लगाते हुए इस तरह की रिपोर्ट दी थी, तब कोर्ट ने इसे विधिवत नहीं मानते हुए अर्जी को नामंजूर करते हुए विधिवत तरीके से रिपोर्ट देने को कहा था। कोर्ट अजमेर बम धमाके में स्वामी असीमानंद समेत सात जनों को बरी कर चुकी है। वहीं भावेश पटेल और देवेन्द्र गुप्ता को षड्यंत्र में शामिल मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। साथ ही चार फरार आरोपियों के खिलाफ अनुसंधान लंबित रखा था। कोर्ट ने एनआईए की पूरक रिपोर्ट के मामले में 17 अप्रेल को तारीख तय की है। इस दिन एनआईए की रिपोर्ट पर कोर्ट फैसला करेगी। अगर कोर्ट ने रिपोर्ट को अस्वीकार कर दिया तो चारों के खिलाफ मुसीबत बढ़ सकती है। रिपोर्ट मंजूर हो गई तो उन्हें राहत मिल सकती है।

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