जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का बयान की कड़ी निंदा की है। गहलोत ने कहा कि हमारे महापुरुष जाति धर्म एवं वर्ग की सीमाओं और लाभ की भावना से परे थे, विश्व ने इसी वजह से उन्हें सम्मान दिया। बीजेपी के लोग सम्मान का दिखावा करते हैं.। दुर्भाग्य से भारतीय जनता पार्टी के लोग गांधीदर्शन से अनभिज्ञ हैं, उनकी सोच फायदा उठाने पर केंद्रित रहती है. आरएसएस और बीजेपी के लिए जाति, धर्म, वर्ग और लाभ सबसे बढ़कर हैं इस बात को शाह का बयान पुनः प्रमाणित करता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष ने महात्मा गांधी, स्वतंत्रता संग्राम और आजादी के लिए लड़ने वालों को स्वतंत्रता संघर्ष के संदर्भ में टिप्पणी कर अपनी मानसिकता को उजागर किया है, शाह को देश से माफी मांगनी चाहिए। सार्वजनिक जीवन में रहने वाले व्यक्तियों को राष्ट्र नायकों का उल्लेख बेहद सम्मान और संवेदनशीलता के साथ करना चाहिए। गौरतलब है कि रायपुर में एक कार्यक्रम में अमित शाह ने आजादी से पहले कांग्रेस के गठन को लेकर कहा था कि अंग्रेजों ने कांग्रेस का गठन एक क्लब के तौर पर किया था। इस क्लब में अलग-अलग विचारधारा के लोग शामिल थे। इसे आजादी के आंदोलन से जोड़ दिया गया। कांग्रेस के पास सरकार चलाने का सिद्धांत नहीं था। आजादी के बाद कांग्रेस का आोचित्य समाप्त हो गया था। साथ ही बयान दिया कि महात्मा गांधी चतुर बनिया थे। इसलिए उन्होंने आजादी के बाद कांग्रेस को समाप्त करने की बात कही थी।