जयपुर। राजस्थान के कोटा के महावीर नगर थाना परिसर में खाकी और खादी के बीच हुआ विवाद थमने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। थाना परिसर में भाजपा विधायक चन्द्रकांता मेघवाल, उनके पति व समर्थकों की पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट हुई थी। इस मामले में अभी भी पुलिसकर्मियों के समर्थन में कोटा समेत कई थानों में पुलिसकर्मी मैस का बहिष्कार कर रहे हैं, वहीं भाजपा विधायक व कार्यकर्ता भी अपने कार्यकर्ताओं के पक्ष में पुरजोर तरीके से लामबंद होते हुए एसपी समेत अन्य अफसरों पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब इसी मामले में कोटा के तेजतर्रार विधायक भवानी सिंह राजावत भी कूद पड़े हैं। राजावत ने कहा कि अगर कोई अधिकारी मेरे कार्यकर्ता पर हाथ उठाता तो उसकी गर्दन मरोड देता। यह बयान भी राजावत ने इस मामले की पडताल में आए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी के सामने दिया। भवानी सिंह राजावत ने यह बयान पूर्व पुलिस अफसर नवनीत महर्षि के उस बयान के जवाब में दिया है, जिसमें महर्षि ने कहा था कि थाने में सीआई से मारपीट बहुत गंभीर मसला है। मैं होता तो मारपीट करने वालों का हाथ तोड़कर उनके हाथ में दे देता। उधर, आज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए कोटा आए अशोक परनामी, कोटा के प्रभारी मंत्री प्रभुलाल सैनी ने घायल कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनसे मामले के संबंध में फीडबैक लिया। इन्होंने पुलिस अफसरों से भी बातचीत की। कार्यकर्ताओं से वार्ता के दौरान दोनों नेताओं को भाजपा सदस्यों के गुस्सा का भी सामना करना पड़ा। पुलिस पर कई तरह के आरोप जड़े, साथ ही पुख्ता कार्रवाई नहीं होने पर नेताओं को खरी-खरी सुनाने से भी नहीं चूके। दोनों नेता मीडिया से भी बचते रहे। इन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि दोनों पक्षों से फीडबैक लिया है। इस बारे में पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को देंगे। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– पुलिस के पक्ष में कांग्रेस
भाजपा जहां पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रही है, वहीं कांग्रेस ने इस मामले में पुलिसकर्मियों के पक्ष में आंदोलन छेड़ रखा है। कोटा में रोज भाजपा विधायक, उनके पति व समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर धरने-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। पीसीसी चीफ सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी भी मामले में न्यायिक जांच की मांग कर चुके हैं। बजट सत्र में भी यह बड़ा मुद्दा बनेगा।