Anand challan against Anandpal Singh's younger brother, cousin and gang member

4 आरोपियों के खिलाफ एसओजी ने जांच रखी लम्बित
जयपुर। खान व्यवसायी कृपाल सिह को घातक हथियारों से डरा-धमका कर मार्च, 2०16 में 3० लाख रुपए की अवैध वसूली करने के अपराध में गिरफ्तार किये गये आनंदपाल सिह के भाई 36 वर्षीय रुपेंद्र पाल सिह उर्फ विक्की, उसके चचेरे भाई 29 वर्षीय देवेंद्र पाल सिह उर्फ गट्टू एवं गिरोह के सदस्य 32 वर्षीय महिपाल सिह उर्फ मोंटी के खिलाफ एसओजी ने हिरासत में 9० दिन होने के कारण जयपुर के चीफ मेट्रोपोटिन मजिस्ट्रेट सुनील गोयल कोर्ट में चालान पेश कर दिया तथा अपराध में शामिल मानते हुए एसओजी ने विजय मांडिया, कुलदीप जाट, आजाद सिह और तेजपाल सिह के खिलाफ धारा 173/8 में अनुसंधान लंबित रखा है। आरोपियों के खिलाफ धारा 384, 386, 395 एवं 397 के अंतर्गत चालान पेश किया है तथा आर्म्स एक्ट की धारा 3/25 7/25 एवं 7/27 में क्लीन चिट दे दी। चालान में इस मुकदमें के अलावा गांव सांवराद-लाडनूं, नागौर निवासी विक्की के खिलाफ 14 मुकदमें, गांव खुनखुना-नागौर निवासी मोंटी के खिलाफ 9 मुकदमें, एवं चचेरे भाई गट्टू के खिलाफ 5 मुकदमें दर्ज होना बताया है। मुख्य अभियुक्त आनंदपाल की 25 जून को मृत्यु होना बताया है। 24 जून को हरियाणा से पकड़े गये विक्की को इस मुकदमें में 5 सितम्बर को एवं गट्टू को 31 अगस्त को तथा 7 अगस्त, 2०16 को उदयपुर से पकडे मोंटी को 31 अगस्त को अजमेर जेल से गिरफ्तार करना बताया है। पूछताछ में मोंटी ने एसओजी को बताया है कि 18 मार्च, 2०16 को 1० लाख रुपए आनंद ने रखें और 2० लाख रुपए विक्की को दिए थे। राइफल एके-47 एवं स्कार्पियों श्रवन सिह के मकान से तथा बोलेरो अन्य थाना इलाके में जप्त हो चुकी है। जांच सूर्यवीर सिंह राठौड ने की है।

यह था मामला
परिवादी ने 5 जुलाई को दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा था कि महिपाल सिंह उर्फ मोंटी 22 जनवरी, 2016 को उसके आॅफिस में आकर कहा कि बाहर आनंद जी बुला रहे हैं, मैं गया, उनके हाथों में हथियार थे। आनंद के अलावा आजाद और कुलदीप जाट भी था। आनंद ने कहा भाई मनमीत की जमानत कराने के लिए रुपयों की जरूरत है। मैंने कहा 1-2 लाख रुपए दे सकता हूं। आनंद पाल सिंह ने दाई तरफ पसलियों के एके-47 लगा कर कहा कि देख लो जिदगी प्यारी है या पैसे प्यारें है। कहा हर पहाड़ी वाले से मैं हर साल 10 लाख रुपए लेता हूं। 5 साल हो गए, मैंने कहा 2-3 साल ही हुए है। कहा चलो ठीक है 30 लाख रुपए दे देना। 6 फरवरी 2016 को गांव खुडी में मेरे पापा के पास पहुंच कर मोंटी ने पापा के फोन से पैसों को लेकर डराया-धमकाया था। आॅफिस में आकर भांजे शक्ति सिंह को कहा था कि आॅफिस में अब कोई जिदा नहीं बचेगा। मार्च के प्रथम सप्ताह में आये अभियुक्तों को उसने डर कर 30 लाख रुपए दे दिए थे। कहा था पुलिस को बताया तो जिदा नहीं छोडेंगे।

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