जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के एनकाउंटर की सीबीआई जांच के लिए 12 जुलाई को सांवराद में हुई सभा के दौरान हिंसा-उपद्रव मामले में अजमेर पुलिस ने दर्ज किए गए मुकदमों में साफ दी है। पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज मालिनी अग्रवाल ने उपद्रव फैलाने की घटना पर दर्ज हुई एफ आईआर के बारे में स्थिति स्पष्ट की है।
मालिनी अग्रवाल ने कहा कि थाना प्रभारी जसवंतगढ़ ने उन्हें अवगत कराया है कि एफआईआर के कॉलम संख्या 7 में 12 हजार की संख्या अंकित की गई है, जिसका यह मतलब है कि घटना के दिन वहां 12 हजार लोग मौजूद थे। उनमें से ही आरोपियों को चिन्हित करना शेष है। इसलिए एफआईआर के कॉलम संख्या 7 में 12 हजार में से आरोपियों का चिन्हिकरण शेष है, अंकित किया जाना था। इसका अर्थ यह नहीं है कि 12 हजार लोगों को आरोपी बनाया गया है। अजमेर पुलिस महानिरीक्षक ने कहा है कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच कर रही है। किसी भी निर्दोष व्यक्ति को आरोपी नहीं बनाया जाएगा।