जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल एनकाउंटर मामले में राजपूत समाज और राजस्थान सरकार के बीच बनी सहमति के बाद गृह विभाग ने सीबीआई जांच के लिए प्रस्ताव बनाने की जिम्मेदारी चुरु पुलिस को दी है। चुरु जिले के मालासर गांव में गैंगस्टर आनन्दपाल के एनकाउंटर होने के कारण विभाग ने चुरु पुलिस को यह जिम्मा दिया है। वहीं 12 जुलाई को नागौर के सांवराद में हुई श्रदधांजलि सभा के बाद हुई हिंसा और उपद्रव में फायरिंग में मरे सुरेन्द्र सिंह राठौड़ मामले में सीबीआई जांच का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।
नागौर पुलिस ने प्रस्ताव तैयार करके राज्य सरकार को भेज दिया है, जिसे जल्द ही सीबीआई नई दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा। इसी तरह चुरु गृह विभाग के निर्देश के बाद चुरु पुलिस ने भी आनन्दपाल एनकाउंटर मामले की सीबीआई जांच का प्रस्ताव बनाना शुरु कर दिया है। एकाध दिन में प्रस्ताव तैयार करके विभाग को भेज दिया जाएगा, जहां से इसे भी राजस्थान सरकार की अनुशंषा के साथ सीबीआई भेजा जाएगा। गौरतलब है कि 23 जून की रात को गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह का एनकाउंटर हुआ। इस एनकाउंटर के बाद राजपूत समाज, रावणा राजपूत समाज ने आंदोलन शुरु कर दिया और मामले की सीबीआई जांच की मांग की। करीब तीन सप्ताह तक चले आंदोलन के दौरान आनन्दपाल के शव का दाह संस्कार भी नहीं हुआ। बाद में 12 जुलाई की सांवराद हिंसा के बाद पुलिस ने दूसरे दिन सांवराद में कफ्र्यू लगाकर आनन्दपाल सिंह का दाह संस्कार किया। इससे राजपूत समाज ज्यादा आक्रोषित हो गया। 22 जुलाई को जयपुर कूच की घोषणा के बाद सकते में आई राजस्थान सरकार ने समाज के नेताओं से वार्ता करके सभी सातों मांगों पर सहमति दी, जिसमें एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग भी थी।