जयपुर। 5 लाख रुपए के ईनामी व बड़े गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर को आज 14 दिन हो गए हैं। इसके उपरांत भी उसके शव के अंतिम संस्कार को लेकर सहमति का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। आनंदपाल के परिजनों व समाज की मांगों पर बातचीत के लिए पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने शुक्रवार को राजपूत समाज के बड़े नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया था।

वार्ता में सीबीआई जांच की मांग को शामिल नहीं किए जाने से सहमति नहीं बन पाई। राजपूत नेताओं की यह मीटिंग गृहमंत्री आवास पर ही रखी गई। लेकिन गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के अस्वस्थ होने के कारण मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ही राजपूत समाज के नेताओं से मिले। राजपूत सभा अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा, गिरिराज सिंह लोटवाड़ा, महावीर सिंह सरवड़ी, मोहन सिंह हाथोज, रणजीत सिंह, एडवोकेट यूनुस अली खान, करण सिंह, महिपाल सिंह मकराना, भंवर सिंह खंगारोत रेटा, रणजीत सिंह सोढाला, रामसिंह शेखावत राड़ावास सहित अन्य समाज के वरिष्ठ लोग गृहमंत्री आवास पर पहुंचे। यहां आनंदपाल के परिवार की ओर से रखी गई मांगों पर चर्चा हुई।

बातचीत में आनंदपाल के परिजनों पर लगे अनावश्यक मुकदमों को वापस लेने, सीज की गई संपत्तियों को रिलीज करने, अंतिम संस्कार में दोनों भाईयों को पैरोल देने पर सहमति बनती नजर आई। लेकिन मामले में सबसे प्रमुख मांग सीबीआई जांच को लेकर सरकार टस से मस होती नजर नहीं आई। जिससे एक बार फिर बनती हुई बात बिगड़ गई। वार्ता के बेनतीजन ही रहने से आनंदपाल के शव के अंतिम संस्कार को लेकर संशय बरकरार ही रहा।

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