जयपुर। सेक्स ब्लेकमेलिंग केस मामले में फरार चल रहे एडवोकेट अनिल यादव को एसओजी ने अरेस्ट कर लिया है। अनिल यादव ने आज सैशन न्यायालय में सरेण्डर किया। जिस पर एसओजी ने उसे अरेस्ट किया। हाल ही जयपुर कोर्ट ने यादव को भगौड़ा घोषित करके स्थायी गिरफ्तारी वारंट से तलब किया है। पुलिस अधीक्षक, एसओजी संजय श्रौत्रिय ने बताया कि इस साल जनवरी परिवादी कमलेष गुप्ता ने एक रिपोर्ट ब्लैकमेलिंग के संबंध में थाना एसओजी में दी। मामले में ब्लेकमेलिंग में लिप्त महिला पूनम कॅवर उर्फ अंजली, वंदना भट्ट निवासी मालवीय नगर जयपुर, महेश कुमार निवासी, नांगल कला, थाना गोविन्दगढ, जिला जयपुर एवं बलराम निवासी अलवर तत्कालीन हैड कानि0 थाना महेश नगर को अरेस्ट किया।
इस मामले में एडवोकेट अनिल यादव चित्रकूट वैशाली नगर, जयपुर द्वारा अभियुक्त पूनम कंवर, वंदना भट्ट, महेश कुमार व बलराम के साथ मिलकर परिवादी को उसके खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवाने का भय दिखाया और छह लाख रूपये अभियुक्त अनिल यादव ने व दो लाख रूपये अभियुक्त बलराम द्वारा ऐंठ लिये गये। पैसे वसूलने के लिए अनिल यादव द्वारा परिवादी व उसके वकील को बार-बार घमकाकर घटना को अंजाम दिया गया। रूपयों का लेन देन अभियुक्त अनिल यादव के चित्रकूट स्थित कार्यालय में ही किया गया।
इस मामले में अनिल यादव काफी समय से फरार चल रहा था। उसकी सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट से भी अग्रिम जमानतें खारिज हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने अनिल यादव को एसओजी में सरेण्डर करने के निर्देश दिए थे। इस पर अनिल यादव ने आज सैशन न्यायालय में सरेण्डर किया। जिस पर एसओजी ने उसे अरेस्ट किया। इस मामले में अनिल यादव का नाम आने पर भाजपा विधि प्रकोष्ठ के कई पदाधिकारी विरोध जताने एसओजी कार्यालय भी गए थे, हालांकि मीडिया में मामला सामने आने पर वे मामले से पीछे हट गए।