नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभाजनकारी ताकतें एक बार फिर से खड़ी हो रही हैं और जब ये ताकतें कहीं विभाजन करती हैं तो उनका मुकाबला करने के लिए यदि कोई शक्ति आई है तो वह संत शक्ति है। यहां परेड ग्राउंड में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित संत सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हिंदू समाज ही जाति और अन्य वादों के आधार पर बंट जाएगा तो धर्म कहां सुरक्षित रहेगा। धर्म को अगर बचाना है तो हमें छुआछूत, जाति के नाम पर हमारी एकता को तोड़ने का प्रयास कर रही ताकतों से निपटना होगा। ये षड़यंत्र आंतरिक और बाहरी दोनों ही रूप से हो रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूरे देश में छह लाख गांव हैं जहां प्रत्येक गांव में एक या दो संत निवास करता है। वहां रहते हुए कितनी बड़ी जागृति का काम वह कर सकता है।’’ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के संदर्भ में योगी ने कहा, ‘‘बिना मांगे ही जब सारा कार्य अपने आप होता जा रहा है तो पूज्य संतों को मांग (राम मंदिर निर्माण का) नहीं रखनी चाहिए, बस आशीर्वाद देना चाहिए तो सारे कार्य अपने आप होते हुए दिखाई देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्या कभी संतों को यह मांग करनी पड़ी कि हमारे हजारों साल की विरासत- योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिले। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही बिना मांगे ही वह काम हो गया। यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर में इसे शामिल कराने का प्रयास जब किया गया तो पूरी दुनिया ने भी इसे स्वीकार किया है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी ने सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य की बागडोर एक संत के हाथ में दी है.. यह उनका संतों के प्रति सबसे बड़ा विश्वास है। अब संतों की जिम्मेदारी बनती है कि इस विश्वास को जवाबदेही में बदलें।’’ गोरक्षा पीठ के पीठाधीश्वर योगी ने कहा, ‘‘हमने सत्ता में आते ही अवैध बूचड़खाने बंद किए, गोस्करी रोकी। अब हमारे ऊपर आरोप लग रहा है कि आवारा पशु खेतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। क्या हम उन्हें कटने के लिए बूचड़खाने में छोड़ दें.. नहीं यह पाप है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय गाय के संरक्षण और संवर्धन के लिए जो भी कार्य किए जाएंगे, प्रदेश सरकार उसमें भरपूर सहयोग करेगी। अगर कोई एक गांव मिलकर एक गौशाला का निर्माण करे तो पूरे गांव के ईंधन की जरूरत उस गौशाला से निकली गोबर गैस से पूरी हो सकती है और उन्हें एलपीजी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आज मेरी सरकार बने 10 महीने पूरे हो रहे हैं। हमने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया, किसी के साथ अन्याय नहीं किया। हमने विकास के कार्यों को सभी तक पहुंचाने का कार्य किया है। हमने तुष्टिकरण नहीं किया है। पहले लोग अयोध्या में जाने से डरते थे। आज हम अयोध्या के विकास के लिए काम कर रहे हैं।’’