जयपुर। राजस्थान सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल से निपटने के लिए राज्य सरकार ने आज शाम से रेस्मा कानून के तहत गिरफ्तारियां आरंभ कर दी है। राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री काली शरण सराफ ने यहां संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने हड़ताली चिकित्सकों से सख्ती से निपटने के लिए रेस्मा के तहत गिरफ्तारी शुरू कर दी है। साठ प्रतिशत चिकित्सक काम पर आ रहे है और केवल चालीस प्रतिशत चिकित्सक काम पर नहीं आ रहे है। उन्होंने राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डा अजय चौधरी पर व्यक्तिगत हितों और किसी के इशारे पर समझौता नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब सभी 33 मांगों पर सहमति बन चुकी थी तो वह अचानक रेजिडेंट चिकित्सकों का मामला बीच में लेकर आ गये।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवाओं को व्यवस्थित रखने के लिए सीमा सुरक्षा बल, सेना और निजी अस्पतालों की मदद ली जा रही है। उन्होंने हड़ताली चिकित्सकों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि आज शाम तक काम पर लौट आने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी। बातचीत के द्वार हमेशा खुले है लेकिन सरकार अपनी ओर से पहल नहीं करेगी। इस बीच राजस्थान सेवारत चिकित्सकों की हडताल के कारण प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं अस्तव्यस्त रहीं।