जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि गंग कैनाल से निर्धारित हिस्से के अनुसार किसानों को लगातार सिंचाई का पानी नहीं मिलने से किसानों की हालत दिन पर दिन खराब हो रही है। इसके कारण क्षेत्र के किसान आन्दोलनरत् होने के साथ आक्रोशित भी हैं। राज्य सरकार तत्काल प्रभाव से सिंचाई के लिए किसानों को पूरा पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे।
गहलोत ने एक बयान में कहा कि गंगानगर व हनुमानगढ़ में आन्दोलनरत किसानों के साथ सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने दो बार सिंचाई के पानी को लेकर समझौते भी किये, लेकिन समझौतों की पालना अभी तक नहीं हो पाई है। इस बीच फिरोजपुर फीडर की आरडी115 का पट्डा बैठ गया, पट्डे को बांधते-बांधते जो सीमेन्ट, बजरी, कंकरीट, गट्टे लगाये गये, वह भी पानी के बहाव में बह गये। परिणामस्वरूप फिरोजपुर फीडर ओआरडी से पानी बंद करना पड़ा। इससे नहरों की बारियां पिट गई, कई गांवों में पेयजल संकट खड़ा हो गया, नरमा व खरीफ की फसलों की बिजाई बीच में ही रह गई। साथ ही इस बार मानसून की बारिश भी न के बराबर होने से किसानों को प्रकृति की मार का भी सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति में पहले से कर्ज में डूबा किसान आज बर्बादी के कगार पर खड़ा है।
गहलोत ने कहा कि गंग कैनाल के किसानों का भविष्य सुरक्षित व सुनिश्चित हो, इसके लिए आवश्यक है कि फिरोजपुर फीडर की ओआरडी से 168-700 तक 100 प्रतिशत नहर का जीर्णोद्धार किया जाये। इसके साथ ही सिंचाई अधिकारियों की लापरवाही से किसानों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति करते हुए गंग कैनाल से 3000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाये। नये हैड वर्क्स की डिजाईन तकनीकी दृष्टिकोण से सही न होने के कारण टेल पर पानी पूरा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित किसानों को राहत पहुंचाने के लिए तुरंत प्रभाव से कदम उठाये।