जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने त्रिवेणीधाम के पीठाधीश्वर संत पद्मश्री नारायण दास जी महाराज के देवलोकगमन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से प्रदेश ने समष्टिहित चिंतक संत को खो दिया है जिसकी क्षति अपूरणीय है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संत नारायण दास जी महाराज ने अध्यात्म, दर्शन, शिक्षा और संस्कार निर्माण के लिये जीवन पर्यन्त कार्य किया। उन्होंने संस्कृत शिक्षा के प्रचार-प्रसार तथा अनुसंधान की दृष्टि से विशेष योगदान दिया जो सदैव अविस्मरणीय रहेगा। वे लोगों को शिक्षित और स्वस्थ बनाने तथा जनता का पैसा जनता को अर्पित करने में विश्वास रखते थे।