jaipur. राजस्थान में बढ़े अपराधों को लेकर पूर्व गृहमंत्री और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जब मैं गृहमंत्री था, तब मुझ पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आरोप लगाते थे कि मैं एक चपरासी का भी ट्रांसफर नहीं करवा सकता हूं। लेकिन अब मैं यह सवाल सीएम गहलोत से पूछ रहा हूं कि अब वह सर्व अधिकार संपन्न है, तो क्यों प्रदेश में 31 फीसदी आईपीसी अपराधों में वृद्धि वर्ष 2019 में हो गई।
जयपुर जिला अपराधों के मामलों में टॉप पर आ गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार इतिहास में हुआ कि किसी सरकार के आते ही एक वर्ष में इतने अपराधों में वृद्धि हो जाये। कटारिया ने कहा कि जब वह पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार में गृहमंत्री थे, तब वह रोजाना कानून व्यवस्था की मॉनटरिंग करते थे, साथ ही थानों का ग्रेडिंग सिस्टम था। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गृह विभाग को छोड़कर अन्य कार्यों में लग रहते है।
गुलाबचंद कटारिया ने एक बार फिर से अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लोकसभा, राज्यसभा ने पास किया है और उसके बाद राष्ट्रपति ने हस्ताक्षर किए हैं।
यह भारत के संविधान के मुताबिक हुआ है और इस कानून को लागू करना भारत के प्रत्येक राज्य का न केवल दायित्व है, बल्कि मजबूरी भी है, इसलिए अशोक गहलोत और अशोक गहलोत के साथ मीडिया भी इस कानून को लागू करने से नहीं रोक सकती है।
उन्होंने गहलोत को चेलेंज करते हुए कहा कि अगर दम है, तो इस कानून को लागू होने से रोककर बताएं। गहलोत सरकार पर सियासी निशाना साधते हुए पूरी तरह से विफल करार दिया है।