जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कहा है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई विकास योजनाओं को समयबद्धता से पूरा करने की बजाय प्रदेश की भाजपा सरकार उन्हीं परियोजनाओं का दुबारा से शिलान्यास करवाकर वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है, जो हास्यास्पद है। गहलोत ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय जयपुर की महत्वाकांक्षी रिंग रोड परियोजना का भूमि पूजन एवं शिलान्यास कर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया था, लेकिन विधानसभा चुनाव की निकटता को देखकर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी से मंगलवार को उदयपुर में आयोजित समारोह में फिर से इस परियोजना का शिलान्यास करवाया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में भाजपा सरकार द्वारा ‘सोयल हैल्थ कार्ड‘ स्कीम का भी प्रधानमंत्री से सूरतगढ (गंगानगर) में दुबारा शुभारम्भ करवाया गया, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय इस स्कीम को राज्य में लागू कर दिया गया था जो चल रही थी। गहलोत ने कहा कि राजस्थान की एक ओर महत्वकांक्षी बाडमेर रिफाइनरी मय पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स परियोजना का यूपीए चेयरपरसन सोनिया गांधी द्वारा 22 सितम्बर, 2013 को भूमि पूजन एवं शिलान्यास कर दिया गया था।
बावजूद इसके भाजपा सरकार ने जानबूझकर इस परियोजना के कार्य को समयबद्धता से पूरा करने के बजाय रोके रखा। अब इसी परियोजना का प्रधानमंत्री से फिर से शिलान्यास करवाये जाने का कार्यक्रम बनाया जा रहा है, जिसका कोई औचित्य नहीं है। इसी भांति प्रदेश की परबन सिंचाई परियोजना, डूंगरपुर -बांसवाडा-रतलाम रेल परियोजना तथा भीलवाडा की मेमो कोच फैक्ट्री का कार्य भी राजनीतिक पूर्वाग्रह के कारण अटका रखा है। गहलोत ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के पास राजस्थान के विकास का ना तो कोई विज़न है और ना ही अब तक के कार्यकाल की कोई विशेष परियोजना। भाजपा सरकार ने केवल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को कोई श्रेय नहीं मिले, इसी को अपना मूल मंत्र मानकर उस समय प्रारम्भ हुई परियोजनाओं तथा कल्याणकारी कार्यक्रमों को ठप्प अथवा कमजोर करने का ही कार्य किया है।