जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आनन्दपाल सिंह एनकाउंटर मामले में बयान आया है। गहलोत ने कहा है कि अगर आनन्दपाल के परिजनों व समाज को एनकाउंटर पर संदेह हैं तो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को इसकी जांच करवाई जानी चाहिए। इससे सच्चाई ही सामने आएंगी।
गहलोत ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि आनंदपाल के एन्काउंटर की सीबीआई जांच को लेकर आंदोलनकारियों से अविलम्ब वार्ता कर इसका हल निकाले। आनंदपाल के शव को रखे हुए 9 दिन हो गये, जो कि मानवीय दृष्टिकोण से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि किन परिस्थितियों में किस प्रकार एन्काउंटर हुआ, यदि इसको लेकर उसके परिवारजनों एवं समाज को संदेह है तो राज्य सरकार को इसकी जांच सीबीआई को देने में आनाकानी नहीं करनी चाहिए। इससे सच्चाई ही सामने आयेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय भी दारिया एन्काउंटर मामले में राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंषा की थी लेकिन सीबीआई द्वारा असमर्थता व्यक्त की गई थी. फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से दारिया प्रकरण में सीबीआई जांच प्रारंभ हो सकी थी। उन्होंने कहा कि यह सीबीआई पर अथवा न्यायालय क्या निर्णय करता है. इस पर निर्भर करता है लेकिन राज्य सरकार के स्तर पर मामले को लम्बे समय तक लटकाये रखना उचित नहीं है।