जयपुर। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अयोध्या में अगली दिवाली तक भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर बन जाने की वकालत करते हुए कहा कि हमें राम मंदिर निर्माण से कोई नहीं रोक सकता। सुप्रीम कोर्ट के फैसला हिन्दू समाज के पक्ष में आएगा और कोर्ट आदेश के बाद राम मंदिर का निर्माण शुरु हो जाएगा। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद के संस्थापक अशोक सिंघल ने मृत्यु से पूर्व भगवान रामजन्मभूमि केस मुझे सौंपते हुए कहा था कि इसे किसी भी कीमत जीतना है और अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनाना है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट में मैं यह मुकदमा लड़ रहा हूं। सुब्रह्मण्यम स्वामी सोमवार को जयपुर में जयपुर डायलॉग्स के समापन सत्र में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि मस्जिद इस्लाम में अनिवार्य चीज नहीं है। वैसे भी अयोध्या में बाबरी मस्जिद का होना भी संदेहास्पद है। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि मस्जिद केवल नमाज पढ़ने की जगह है। सउदी अरब, तुर्की में सड़कें बनाने के लिए सैकड़ों मस्जिदें तोड़ी गई है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में अभी 27 मस्जिदें है। वे ही सुनी पड़ी है। ऐसे में वहां एक और मस्जिद बनाने का कोई तुक नहीं है। रामजन्मभूमि में पूजा करना हिन्दूओं का मूलभूत अधिकार है। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि रामजन्मभूमि केस में मेरा किलर पंच है। पांच दिसम्बर को कोर्ट में सुनवाई है। मार्च तक सुनवाई पूरी हो जाएगी। जुलाई तक फैसला आ जाएगा।