बेंगलुरु। नव नियुक्त हॉकी कोच मारिन शोर्ड का मानना है कि आगामी एशिया कप उनके और सीनियर भारतीय पुरुष टीम के लिए नई शुरुआत होगा। दिग्गज रोलैंट ओल्टमैंस की जगह हाल में मुख्य कोच बनाए गए मारिन ने कहा, ‘एशिया कप 2017 मेरे लिए ही नहीं, बल्कि टीम के लिए भी नई शुरुआत होगी, जो खिताब के साथ स्वदेश लौटने के लिए मानसिक रूप से तैयार हैं। ट्रेनिंग सत्र में हिस्सा लेने और टूर्नामेंट के मैच खेलने में अंतर है। मैं ट्रेनिंग के दौरान टीम के प्रयासों से आश्वस्त हूं। एशिया कप के दौरान मुझे यह देखने का मौका मिलेगा कि टीम मैच के हालात में कैसी प्रतिक्रिया देती है और कहां कमी और तुरंत सुधार की जरूरत है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में चल रहे राष्ट्रीय शिविर में सरदार सिंह, एसवी सुनील और कप्तान मनप्रीत सिंह जैसे सीनियर खिलाडिय़ों को प्रत्येक सत्र के बाद मारिन को इसकी जानकारी देते देखा जा सकता है, जिन्होंने इससे पहले कभी सीनियर राष्ट्रीय पुरुष टीम को कोचिंग नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘जूनियर खिलाडिय़ों को सीनियर खिलाडिय़ों के स्तर पर आने में समय लगता है और इस स्तर पर पहुंचने के लिए काफी मैचों के अनुभव की जरूरत होती है। लेकिन जो मुझे पसंद है वह आंतरिक प्रतिस्पर्धा है। जूनियर खिलाड़ी टीम में जगह बनाने के लिए सीनियर खिलाडिय़ों पर दबाव बना रहे हैं और मुझे लगता है कि इसका फायदा होगा।