जयपुर। विधानसभा चुनाव से पहले बाड़मेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी की कार और उसमें सवार सुरक्षाकर्मी के अलावा सांसद को जान से मारने की धमकी देने और हमले की घटना के बाद से पश्चिमी राजस्थान की राजनीति गरमा गई है। हालांकि पुलिस ने दो हमलावरों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। कर्नल सोनाराम पर चार बार हमले होने से जाट समाज ने महापंचायत करके सांसद की सुरक्षा कड़ी करने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, उधर हमलावर आरोपी राजपूत समाज से है।
राजपूत समाज ने भी बैठक करके समाज के दोनों युवकों को गलत अरेस्ट करने के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। दोनों समाजों ने अलग-अलग बैठकें की, जिसमें बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और समाज के लोग शामिल हुए। इन मीटिंगों से बाड़मेर में माहौल गरमा गया है। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात किया है। जाट समाज की मीटिंग में निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल भी पहुंचे, साथ ही विधायक कैलाश चौधरी, यूआईटी अध्यक्ष प्रियंका चौधरी, बालाराम मूढ़, कई भाजपा व कांग्रेस नेताओं ने सांसद पर हमले की निंदा की और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की, जिस पर पुलिस ने सांसद की सुरक्षा बढ़ा दी है।
दूसरी तरफ राजपूत समाज ने भी मीटिंग करके आरोप लगाया कि समाज के दो युवकों को गलत फंसाया है। इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। समाज के लोगों ने एसपी और कलक्टर को ज्ञापन देकर गिरफ्तार युवकों को छोडऩे की मांग की है। राजपूत समाज ने पीएम नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखा है, जिसमें बाड़मेर सांसद कर्नल सोनाराम के कृत्यों से अवगत कराते हुए पार्टी से बाहर करने की मांग की है। दोनों समाजों की मीटिंगों और लामबंद होने से बाड़मेर के साथ जैसलमेर, जोधपुर समेत अन्य जिलों में तनाव फैलने का अंदेशा है।