अहमदाबाद : भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील कपिल सिब्बल पर निशाना साधते हुए आज कहा कि सुन्नी बोर्ड ने नहीं बल्कि ‘कांग्रेस वोट बोर्ड’ अयोध्या मामले की सुनवाई साल 2019 के चुनाव के बाद कराने की मांग कर रही है। सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से पेश होते हुए सिब्बल ने कल उच्चतम न्यायालय में कहा था कि इस मामले की सुनवाई अगले लोक सभा चुनाव के बाद जुलाई 2019 में कराई जाए क्योंकि मौजूदा परिस्थिति इसके लिए उपयुक्त नहीं है।
हालांकि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक मामले के अपीलकर्ताओं में से एक सुन्नी वक्फ बोर्ड ने आज कहा कि वह इस मामले में तेजी से न्याय चाहता है और मामले की सुनवाई को 2019 के लोकसभा चुनाव तक नहीं टाला जाना चाहिए। इस मामले में एक अन्य पक्षकार हाजी महबूब ने भी आज कहा कि वह इस मामले का जल्द निपटारा चाहते हैं। उन्होंने कपिल सिब्बल का समर्थन नहीं किया।
महबूब का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि इस मामले को टालने की मांग ‘कांग्रेस की राजनीतिक इच्छाओं’ पर आधारित है। पात्रा ने मांग की है कि राहुल गांधी को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘ भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस से इस पर अपना रूख स्पष्ट करने को कहा है लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।’