– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12.05 बजे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा और पूजा करेंगे
अयोध्या. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आज 5 वां दिन है। शनिवार को नव्य-दिव्य मंदिर में 81 रजत कलशों के पवित्र जल का छिड़काव कर शुद्धीकरण किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ इस क्रिया के बाद प्रासाद (राम मंदिर) का भी अधिवासन शुरू हो गया है।उधर, 22 जनवरी के मुख्य पर्व को लेकर मंदिर के शिखर समेत पूरे परिसर को रंग-बिरंगे फूलों से सुसज्जित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। इसके अगले दिन यानी 23 दिसंबर से मंदिर जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है। मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह की रस्में पहले ही शुरू हो चुकी हैं। पूरा देश पलके बिछाकर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक पल का इंतजार कर रहा है। हर कोई इन ऐतिहासिक पलों का साक्षी बनना चाहता है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ने लोगों से अपने घर पर ही रहकर इस पावन पल के साक्षी बनने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या पहुंच जाएंगे और फिर दोपहर 12.05 बजे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा और पूजा करेंगे. दोपहर एक बजे अयोध्या में सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और फिर दोपहर सवा दो बजे कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे. सरकारी कार्यक्रम के मुताबिक, सुबह 10.25 बजे प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे. इसके बाद वह 10.55 बजे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे. सुबह 11 बजे से लेकर 12 बजे तक का समय रिजर्व रखा गया है. दोपहर 12.05 बजे से प्राण प्रतिष्ठा पूजा की शुरुआत होगी, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी हिस्सा लेने वाले हैं. प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12.55 बजे तक चलने वाली है. जब राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा-अनुष्ठान संपन्न हो जाएगा, तो पीएम वहां से रवाना होंगे. पीएम मोदी 12.55 बजे पूजा स्थल से रवाना हो जाएंगे. दोपहर 1 बजे वह सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मंच पर पहुंचेंगे. दोपहर 1 बजे से लेकर 2 बजे तक सार्वजनिक कार्यक्रम का समय तय किया गया है. इस दौरान वह लोगों को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि वह राम मंदिर कार्यक्रम और अयोध्या को लेकर कुछ योजनाओं का ऐलान भी कर सकते हैं. दोपहर 2.10 बजे पीएम कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने 12 जनवरी को एक वीडियो मैसेज में बताया था कि वह 22 जनवरी होने वाली प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है और इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं. मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं.’ पीएम मोदी इस अनुष्ठान के तहत जमीन पर सो रहे हैं और नारियल पानी का सेवन कर रहे हैं. वह सात्विक भोजन भी ले रहे हैं. साथ ही प्रधानमंत्री देशभर के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं. शनिवार को वह तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में प्रसिद्ध श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में गए, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की. यहां पर उन्होंने एक हाथी से आशीर्वाद भी लिया.
– प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुबह 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ बजाई जाएगी
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुबह 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ बजाई जाएगी। विभिन्न राज्यों से आए कलाकार 50 से ज्यादा वाद्ययंत्र बजाएंगे। यह कार्यक्रम 2 घंटे चलेगा।
एक्ट्रेस कंगना रणोट, संगीतकार अनु मलिक अयोध्या पहुंचे, कल 7 हजार से ज्यादा हस्तियों का प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जमावड़ा रहेगा। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गईं। अब 23 जनवरी तक सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा में बुलाए गए मेहमानों को ही पास दिखाकर एंट्री मिलेगी। जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने राम लला प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व मुगल बादशाह बाबर का पुतला दहन किया। केन्द्र सरकार और सभी राज्य सरकारों से मांग की है कि आक्रांताओं का नाम देश में कहीं भी नहीं होना चाहिए। महाप्रसाद के पैकेट में दो लड्डू, सरयू नदी का जल, अक्षत, सुपारी की थैली और कलावा शामिल है। सनातनी परंपरा को ध्यान में रखकर महाप्रसाद तैयार किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को महाप्रसाद के 20 हजार पैकेट सौंपे गए हैं।अयोध्या के कारसेवक पुरम को फूलों और रंगीन लाइटों से सजा दिया गया है। यहां पर पतंजलि योगपीठ के स्वामी रामदेव ठहरे हैं। साथ ही देश भर से आए कारसेवक और संघ के पदाधिकारी मौजूद हैं। यहां उत्सव का माहौल है। परिसर के अंदर लोगों के निशुल्क भंडारे की व्यवस्था की गई है। देश भर आ रहे उपहारों को यहीं रखा गया है। आज रात बाकी बचे उपहारों को राम जन्मभूमि स्थान पहुंचाया जा रहा है।
– रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर मनेगी ‘राम दिवाली’
देश ने 10 नवंबर 2023 को दिवाली का त्योहार मनाया था। अब 74 दिन बाद यानी 22 जनवरी को एक बार फिर दिवाली मनाने की तैयारी हो रही है। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। राम मंदिर ट्रस्ट ने लोगों से राम दिवाली मनाने की अपील की है। इसके लिए दीयों, केसरिया ध्वज, तोरण और पटाखों का बाजार सज गया है। फूल, इलेक्ट्रॉनिक्स और लाइटिंग कारोबारियों में भी उत्साह है। कारोबारियों का कहना है, ‘ये पहला मौका है, जब बिना दशहरा-दीपावली के ही एडवांस ऑर्डर आए हैं।’ जिलों में प्रशासन ने पटाखा दुकानों के लिए अस्थाई लाइसेंस दिए हैं। जानकारों की मानें तो आजादी के बाद ये पहला मौका है, जब दिवाली के इतर किसी दूसरे मौके पर पटाखों की दुकानों को अस्थाई लाइसेंस दिए गए हैं। कारोबारियों का कहना है, ‘ये पहला मौका है, जब बिना दशहरा-दीपावली के ही एडवांस ऑर्डर आए हैं।’ जिलों में प्रशासन ने पटाखा दुकानों के लिए अस्थाई लाइसेंस दिए हैं। जानकारों की मानें तो आजादी के बाद ये पहला मौका है, जब दिवाली के इतर किसी दूसरे मौके पर पटाखों की दुकानों को अस्थाई लाइसेंस दिए गए हैं। 22 जनवरी को ऐसा उत्साह होना चाहिए कि दिवाली फीकी पड़ जाए इसलिए हमने 250 दुकानों को लाइसेंस दिए हैं।
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